Internet के बारे में विस्तार से जानिए?

Know about Internet in Details in Hindi?

 
INTERNET
INTERNET
इंटरनेट सूचना तकनीक की सबसे आधुनिक प्रणाली है। इंटरनेट को आप विभिन्न कंप्यूटर नेटवर्को का एक विश्व स्तरीय समूह (नेटवर्क) कह सकते है। इंटरनेट किसी एक कंपनी या सरकार के अधीन नही होता है, अपितु इसमें बहुत से सर्वर जुड़े हैं, जो अलग अलग संस्‍थाओं या प्रायवेट कंप‍नीयों के होते हैं।

हिस्ट्री ऑफ  इंटरनेट

इंटरनेट का प्रयोग मूलतः अमेरिका की सेना के लिए किया गया था. शीत युद्ध के समय अमेरिकन सेना एक अच्छी, बड़ी, विश्वनीय संचार सेवा चाहती थी। 1969 में ARPANET नाम का एक नेटवर्क बनाया गया जो चार कंप्यूटर को जोड़ कर बनाया गया था, तब इंटरनेट की प्रगति सही तरिके से चालू हुई। 1972 तक इसमें जुड़ने वाले कंप्यूटर की संख्या 37 हो गई थी. 1973 तक इसका विस्तार इग्लैंड और नार्वे तक हो गया। 
1974 में Arpanet को सामान्य लोगों के लिए प्रयोग में लाया गया, जिसे टेलनेट के नाम से जाना गया। 1982 में नेटवर्क के लिए सामान्य नियम बनाये गए प्रोटोकॉल कहा जाता है. इन प्रोटोकाल्स को TCP/IP (Transmission control protocol/Internet Protocol) के नाम से जाना गया। 1990 में Arpanet को समाप्त कर दिया गया तथा नेटवर्क ऑफ़ नेटवर्क के रूप में इंटरनेट बना रहा। वर्तमान में इंटरनेट के माध्यम से लाखों या करोड़ों कंप्यूटर एक-दूसरे से जुड़े हैं. (VSNL) विदेश संचार निगम लिमिटेड भारत में इंटरनेट के लिए नेटवर्क की सेवाएं प्रदान करती हैं। 

भारत में इंटरनेट का इतिहास क्या हैं ?

भारत में इंटरनेट का इतिहास बाद में शुरू हुआ। इस को सबसे पहले नेशनल कंपनी ने शुरू किया। इस के बाद में भारत में इंटरनेट की वजह से बहुत सारे बदलाव आए।
  1. सबसे पहले उसको बड़े-बड़े शहरों में पहुंचाया गया।
  2. उसके बाद में 1996 में एक ईमेल Site बनी जिसका नाम Rediffmail रखा गया।
  3. भारत का सबसे पहला Cafe 1996 में मुंबई में खोला गया जहां पर इंटरनेट का इस्तेमाल किया जा सकता था।
  4. 1997 में Naukri.Com की एक वेबसाइट जारी हुई।
  5. 1999 में वेबदुनिया नाम से वेबसाइट बनाई गई जो कि हिंदी में थी।
  6. 2000 के दशक के बाद में इंडिया याहू और अमेज़न इंडिया जैसे वेबसाइट बनी।
  7. इसके बाद में धीरे-धीरे और वेबसाइट भी सामने आने शुरु हो गई।

इंटरनेट का परिचय  

  इंटरनेट का सफर, 1970 के दशक मे, वींट सर्फ (Vint Cerf) और बाब काहन (Bob Konh) के द्वारा शुरू किया गया। उन्होंने एक ऐसे तरीके का अविष्कार किया, जिसके द्वारा कंप्युटर पर किसी सूचना को छोटे-छोटे पैकेट में तोड़ा जा सकता था और दूसरे कंप्यूटर में इस प्रकार से भेजा जा सकता था की वे पैकेट दूसरे कंप्यूटर पर पहुँच कर पुनः उस सुचना की प्रतिलिपि बना सकें। अर्थात कंप्यूटर के बिच संवाद करने का तरीका निकाला।  इस तरिके को ट्रांसमिशन कण्ट्रोल प्रोटोकॉल (Transmission Control Protocol-TCP) कहा गया।  
सुचना का इस तरह से आदान-प्रदान करना तब भी दोहराया जा सकते हैं, जब किसी भी नेटवर्क में दो से अधिक कंप्यूटर हों क्योंकि किसी भी नेटवर्क में हर कंप्यूटर का खास पता होता है। इस पते को इंटरनेट प्रोटोकॉल एड्रेस (Internet Protocol Address-IP Address) कहा जाता हैं। इंटरनेट प्रोटोकॉल पता वास्तव में कुछ नंबर होते है जो एक दूसरे से एक बिंदु के द्वारा अलग-अलग किये गए हैं -जैसे 192.168.1.100। सुचना को जब छोटे -छोटे  पैकेट्स में तोड़कर दूसरे कंप्यूटर  भेजा जाता है तो यह पैकेट एक तरह से एक चिट्ठी होती हैं, जिसमें भेजने वाले कंप्यूटर का पता और पाने वाले कंप्यूटर का पता लिखा होता हैं।  
जब यह पैकेट किसी भी नेटवर्क कंप्यूटर के पास पहुंचता है तो कंप्यूटर देखता है की यह पैकेट उसके लिए भेजा गया है या नहीं यदि वह पैकेट उसके लिए नहीं भेजा गया है तो वह उसे आगे उस दिशा में बढ़ा देता है जिस दिशा में वह कंप्यूटर हैं जिसके लिए वह पैकेट भेजा गया हैं। इस तरह से पैकेट एक जगह से दूसरे जगह भेजने को इंटरनेट प्रोटोकॉल (Internet Protocol -IP) कहा जाता हैं। अक्सर कार्यालयों या घरों के सारे कंप्यूटर आपास में एक दूसरे से जुड़ें रहते है और वे एक दूसरे से सवांद कर सकते हैं।  इसको लोकल एरिया नेटवर्क कहते हैं। लैन में जुड़ा कोई कंप्यूटर या कोई अकेला कंप्यूटर के साथ टेलीफोन लाइन या सेटेलाइट से जुड़ा रहता हैं अर्थात दुनियाभर के कंप्यूटर एक दूसरे से जुड़ें इंटरनेट, दुनियाभर के कंप्यूटर का ऐसा नेटवर्क है जो एक दूसरे से सवांद कर सकता हैं।  

इंटरनेट का अविष्कार किसने किया? 

इंटरनेट के अविष्कार ने दुनिया में क्रांति ला कर रख दी है आज इन्टरनेट इतना जरूरी होगया है की यदि एक मिनट इंटरनेट बंद हो जाये तो लाखो करोड़ो का नुकसान हो जायेगा आज बहुत कुछ इंटरनेट के उपर निर्भर हो गया है वैसे इन्टरनेट  एक इनफार्मेशन  लेने की टेक्नोलॉजी है जिस से हम बहुत सी जानकारी ले सकते है  और जानकारी लोगो  को दे सकते है क्योकि इन्टरनेट दुनिया भर के लाखो करोडो कंप्यूटर से जुड़ा होता है होता है जिस से वह लाखो करोड़ो लोगो को आपस में जोड़े रखता है इंटरनेट से आज दुनिया भर में बहुत सा डाटा का आदान प्रदान होता है।  
इंटरनेट  इंटरनेशनल लेवल नेटवर्क के उपर काम करता है  जिस से वह दुनियाभर के  यूजर को एक साथ जोड़े रखता है  वर्ल्ड वाइड वेब को इन्टरनेट के लिए सबसे जरूरी साधन माना जाता है क्योकि इसके बिना इन्टरनेट का अच्छी तरह से  इस्तेमाल नही कर सकते है यदि इन्टरनेट से कोई जानकारी लेनी है तो वर्ल्ड वाइड वेब की जरूत तो पड़ेगी ही इसके बिना कोई जानकारी नही मिल सकती है और इन्टरनेट के अंदर प्रवेश करने के लिए वेब ब्राउज़र की जरूरत पड़ती है वेब ब्राउज़र के बिना इंटरनेट का इस्तेमाल नहीं कर सकते वेब ब्राउज़र एक ऐसा सॉफ्टवेयर है जिसके माध्यम से इंटरनेट का इस्तेमाल किया जाता है   और इन्टरनेट का इस्तेमाल दिनभर बढ़ता ही जा रहा है।  

इंटरनेट क्या हैं ?

इंटरनेट एक महाजाल है. जो दुनिया का सबसे बड़ा और व्यस्तम कम्प्यूटर नेटवर्क है. यह इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी की आधुनिक प्रणाली है, जो कम्युनिकेशन के मानक प्रोटोकॉल्स के माध्यम से संचारित होती है. इंटरनेट को हिंदी में ‘अंतरजाल‘ कहते है.अगर सीधे शब्दों में कहे तो दुनिया के कम्प्यूटरों का आपस में जुड़ना ही इंटरनेट है. जब यह नेटवर्क (इंटरनेट) स्थापित हो जाता है तो हम एक विशाल जाल का हिस्सा हो जाते है जिसे Global Network कहते हैं और इस नेटवर्क से जुडें किसी भी कम्प्यूटर में उपलब्ध कोई भी सूचना अपने कम्प्यूटर में प्राप्त कर सकते है।  
इंटरनेट से जुडे जुए प्रत्येक कम्प्यूटर की एक अलग पहचान होती हैं. इस विशेष पहचान (Unique Identity) को IP Address कहा जाता हैं. IP Address गणितिय संख्याओं का एक Unique Set होता हैं (जैसे 103.195.185.222) जो उस कम्प्यूटर की लोकेशन को बताता हैं. IP Address को Domain Name Server यानि DNS द्वारा एक नाम दिया जाता हैं जो उस IP Address को Represent करता हैं. जैसे https://www.google.com एक Domain Name हैं जो किसी कम्प्यूटर लोकेशन का नाम हैं. जिसे डोमेन नेम सर्वर किसी IP Address यानि कम्प्यूटर से जोड देते हैं।  

इंटरनेट क्रांति

जिस प्रकार देश में फसलों का उत्पादन बढ़ाने के लिए ‘हरित क्रांति’ आई थी, दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र को बढ़ाने के लिए ‘श्वेत क्रांति’ चलाई गयी, उसी प्रकार इस सदी में जिस प्रकार से इंटरनेट का प्रयोग किया जाता हैं तो ऐसा लगता हैं, मानो वर्तमान समय ‘इंटरनेट क्रांति’ का है क्योंकि इसके क्षेत्र में नित नये आविष्कार और सुविधाएँ जिस गति से आ रही हैं, तो इसका विकास सुदूर क्षेत्रों तक भी हो जाएगा. इसके अलावा 3G और 4G जैसी सुविधाएँ भी इस क्षेत्र में क्रांति का आभास कराती हैं।  

इंटरनेट का निर्माण 

सबसे पहले इन्टरनेट का अविष्कार सन , 1969 में DOD (डिपार्टमेंट ऑफ़ डिफेन्स) द्वारा किया गया था यह इंटरनेट अमेरिकी रक्षा विभाग के द्वारा UCLA के तथा स्टैनफोर्ड अनुसंधान संस्थान कंप्यूटर्स का नेटवर्किंग करके इंटरनेट की संरचना की गई और इन्टरनेट पर सूचना को आदान  प्रदान करने के लिए जिस नियम का उपयोग होता है उसे TCP (ट्रांसमिशन कण्ट्रोल प्रोटोकॉल) या IP (इन्टरनेट प्रोटोकॉल) कहते है और यह सारी इन्टरनेट  और सन , 1979′ ब्रिटिश डाकघर पहला अंतरराष्ट्रीय कंप्यूटर नेटवर्क बना कर नये प्रौद्योगिकी का उपयोग करना आरम्भ किया।
इस नेटवर्क को ARPN (एडवांस रिसर्च प्रोजेक्ट इन एजेंसी ) ने बाद में इसको करीब 1980 में लॉन्च किया  और सन ,1980 में ही बिल गेट्स का आईबीएम के कंप्यूटर्स पर एक माइक्रोसॉफ्ट ऑपरेटिंग सिस्टम लगाने के लिए सौदा हुआ और इन्टरनेट  का सही से इस्तेमाल करने के लिए 1984 एप्पल ने पहली बार फ़ाइलों और फ़ोल्डरों, ड्रॉप डाउन मेनू, माउस, ग्राफिक्स का प्रयोग आदि से युक्त “आधुनिक सफल कम्प्यूटर” लांच किया और इन्टरनेट का सबसे ज्यादा और अस्सानी से इस्तेमाल तो तब होने लगा था।  
जब 1989 टिम बेर्नर ली ने इंटरनेट पर संचार को सरल बनाने के लिए ब्राउज़रों, पन्नों और लिंक का उपयोग कर के वर्ल्ड वाइड वेब बनाया  और 1998 में गूगल के आने के बाद इंटरनेट का चेहरा ही बदल गया जिससे  आज हम सब वाकिफ हैं और एक रिपोर्ट के मुताबिक, इंटरनेट की स्पीड तेज होने पर एक परिवार साल भर में इंटरनेट पर होने वाले खर्च में से करीब 5 लाख रुपये बचा सकता है इसमें सबसे ज्यादा पैसा एंटरटेनमेंट, ऑन लाइन डील, डेली सर्च और ट्रैवल में इस्तेमाल होने वाले इंटरनेट के रूप में बचा सकता है और आज दुनिया में इंटरनेट की सबसे  महंगी सेवा तुर्केमेनिस्तान में है यहां अनलिमिटेड इंटनेट एक्सेस के लिए डॉलर की दर से 2048 है, जो एक माह में 6,821.01 डॉलर तक पहुंच जाती है। 
यहां सबसे सस्ती इंटरनेट सेवा 43.12 डॉलर प्रति माह में यूजर को 2 जीबी 64 केबीपीएस सीमित है। जबकि रूस में हाई स्पीड अनलिमिटेड इंटरनेट लगभग 20 डॉलर प्रति माह है और सबसे तेज इन्टरनेट सेवा  दक्षिण कोरिया में यहा औसत स्पीड स्पीड 2202 केबीपीएस है जो दुनिया में सबसे  तेज है और अमेरिका विश्व का सबसे अधिक इंटरनेट इस्तेमाल करने वाला देश है। 

इन्टरनेट कैसे काम करता है?

जो लोग कंप्यूटर से पहली बार जुड़ते हैं उनके मन में यह सवाल अवश्य उठता है की कंप्यूटर पर इन्टरनेट की मदद से आखिर कैसे connect होते हैं।इन्टरनेट का काम करने का तरीका क्या है। हमे दूरभाष  संचार कम्पनी की तरह ही कंप्यूटर को इंटरनेट सेवा प्रदाता से इन्टरनेट कनेक्शन लेना पड़ता है। क्योंकि यही हमे इंटरनेट से जुड़ने की सेवा प्रदान करते हैं।
कनेक्शन मिलते ही हम अपने कंप्यूटर या मोबाइल को उस से connect कर सकते हैं |जब हम इस से जुड़े होते हैं तब इसे ऑनलाइन  प्रक्रिया कहलाती है। एक  समय था जा इंसान को अपने किसी परिचित के बारे में जानने के लिए  कई दिनों या फिर महीनो तक इंतज़ार करना पड़ता था। उसको अपने सुख दुःख बाँटने का कई दिनों तक इंतज़ार करना पड़ता था। 
कई बार समाचार देरी से प्राप्त होने के कारन कई अवसरों में वह शामिल होने से चूक जाता था। पर अब जब हम आधुनिक युग में जब इन्टरनेट के युग में जी रहे हैं तो व्यक्ति चाहे विदेश में या अन्तरिक्ष में भी क्यों न हो हम उससे जुड़े हुए रहते हैं। यह इंटरनेट क्रांति का युग है। इंटरनेट ने हमारे जीवन में इस कदर जगह बना ली है की हम इसके बिना एक पल भी नही रह पाते।स्कूल से लेकर व्यापार,चिकित्सा ,कालेजों,सांस्क्रतिक कार्यक्रम या निजी कार्यक्रम ,परिवहन  आदि हर क्षेत्र  में इंटरनेट ने अपनी जगह बना ली है। कहते हिं की कोई भी चीज की अधिकता नुकसानदायक होती है। यह बात इंटरनेट के उपयोग के बारे में सत्य साबित हो रही है।

इंटरनेट की विशेषताएं

  1. इंटरनेट के जरिए हम विभिन्न प्रकार की ऑनलाइन सेवाएँ एक्सेस करने में सक्षम हो पाते हैं. 
  2. आधार कार्ड, पैन कार्ड, राशन कार्ड, वोटर आईडी कार्ड जैसे महत्वपूर्ण दस्तावेज ऑनलाइन प्राप्त कर सकते है.
  3. सोशल मीडिया साइट्स के जरिए अपने परिवारजन, रिश्तेदार, दोस्त, कलिग्स के साथ जुड़े रह सकते है और उनसे बातचीत कर सकते है. साथ ही शादी-विवाह, बर्थ डे पार्टी एवं किसी अन्य इवेंट्स के फोटू, विडियों भी शेयर कर सकते है.
  4. पानी का बिल, बिजली का बिल, ट्रैन टिकट, होटल बुकिंग, टैक्सी बुकिंग आदि छोटे-मोटे कार्य अपने फोन के जरिए ही निपटा सकते है.
  5. कॉलेज में एडमिशन लेना, प्रतियोगी परिक्षाओं के फॉर्म भरना, स्कॉलरशिप के फॉर्म जमा कराना जैसे कार्य बिना सरकारी दफ्तर जाए निपटाए जा सकते है.
  6. किसी नए टॉपिक के बारे में जानकारी लेनी हो तो इंटरनेट इस मामले में लाइब्रेरी को मात दे रहा है. आप चलते-फिरते ही किसी भी टॉपिक के बारे में विस्तृत जानकारी मिनटों में ढूँढ़ सकते है.
  7. नई जॉब ढूँढ़ने के मामले में इंटरनेट का कोई सानी है. आप पलक झपकने की देरी में लाखों जॉब अपने लिए खोज सकते है और आवेदन दें सकते है.

इंटरनेट की सेवाएं 

World Wide Web:- बहुत से लोग शब्द इंटरनेट और वर्ल्ड वाइड वेब, या सिर्फ वेब का उपयोग करते हैं, परन्तु दो शब्दों का पर्याय नहीं है। वर्ल्ड वाइड वेब प्राथमिक अनुप्रयोग प्रोग्राम है, जो अरबों लोग इंटरनेट पर उपयोग करते हैं, और यह उनके जीवन को अतीत में बदल चुका है। हालांकि, इंटरनेट कई अन्य सेवाएँ प्रदान करता है। वेब दस्तावेजों, छवियों और अन्य संसाधनों का एक वैश्विक समूह है, जो तार्किक रूप से हाइपरलिंक से जुड़े हुए हैं और वर्दी संसाधन पहचानकर्ता (यूआरआई) के साथ संदर्भित हैं। 
यूआरआई ने सांकेतिक रूप से सेवाएँ, सर्वर, और अन्य डेटाबेस, और दस्तावेजों और संसाधनों की पहचान की है जो वे प्रदान कर सकते हैं। हायपरटेक्स्ट ट्रांसफर प्रोटोकॉल (एचटीटीपी) वर्ल्ड वाइड वेब का मुख्य एक्सेस प्रोटोकॉल है वेब सेवा भी सॉफ्टवेयर सिस्टम को व्यापारिक तर्क और सामाग्री साझा करने और विनिमय करने के लिए संवाद करने के लिए एचटीटीपी का उपयोग करती है। माइक्रोसॉफ्ट के इंटरनेट एक्सप्लोरर / एज, मोज़िला फ़ायरफ़ॉक्स, ओपेरा, ऐप्पल सफारी और गूगल क्रोम जैसे वर्ल्ड वाइड वेब ब्राउज़र सॉफ्टवेयर, दस्तावेजों में एम्बेडेड हाइपरलिंक के जरिए उपयोगकर्ताओं को एक वेब पेज से दूसरे पर नेविगेट करने देता है। 
इन दस्तावेजों में कंप्यूटर सामाग्री का कोई भी संयोजन हो सकता है, जिसमें ग्राफिक्स, आवाज, पाठ, वीडियो, मल्टीमीडिया और इंटरैक्टिव सामग्री शामिल होती है, जबकि उपयोगकर्ता पृष्ठ के साथ इंटरैक्ट कर रहा है। क्लाइंट साइड सॉफ़्टवेयर में एनिमेशन, गेम, ऑफिस एप्लिकेशन और वैज्ञानिक प्रदर्शन शामिल हो सकते हैं। खोजशब्द-संचालित इंटरनेट अनुसंधान के जरिए खोज इंजन जैसे याहू !, बिंग और गूगल के उपयोग से, दुनियाभर में उपयोगकर्ताओं को एक विशाल और विविध मात्रा में ऑनलाइन जानकारी के लिए आसान, त्वरित पहुँच है मुद्रित मीडिया, किताबें, विश्वकोश और पारंपरिक पुस्तकालयों की तुलना में, वर्ल्ड वाइड वेब ने बड़े पैमाने पर जानकारी के विकेंद्रीकरण को सक्षम किया है।
वेब ने व्यक्तियों और संगठनों को बहुत कम व्यय और समय के देरी पर संभावित बड़े दर्शकों के लिए विचारों और जानकारी को प्रकाशित करने के लिए भी सक्षम किया है। एक वेब पेज प्रकाशित करने, एक ब्लॉग, या एक वेबसाइट बनाने में थोड़ा प्रारंभिक लागत शामिल है और कई लागत-मुक्त सेवाएँ उपलब्ध हैं हालांकि, आकर्षक, विविध और अप-टू-डेट सूचनाओं के साथ बड़े, पेशेवर वेब साइट्स को प्रकाशित करना और बनाए रखना अभी भी कठिन और महंगी प्रस्ताव है। कई व्यक्तियों और कुछ कंपनियाँ और समूह वेब लॉग्स या ब्लॉग का उपयोग करते हैं, जो कि आसानी से आसानी से अपडेट करने योग्य ऑनलाइन डायरी के रूप में उपयोग किया जाता है। कुछ वाणिज्यिक संगठन कर्मचारियों को उम्मीद करते हैं कि विशेषज्ञ ज्ञान और निःशुल्क जानकारी से प्रभावित होंगे और नतीजे के रूप में निगम को आकर्षित करेंगे। 
लोकप्रिय वेब पेजों पर विज्ञापन आकर्षक हो सकता है, और ई-कॉमर्स, जो सीधे वेब के माध्यम से उत्पादों और सेवाओं की बिक्री होती है, बढ़ती रहती है। ऑनलाइन विज्ञापन विपणन और विज्ञापन का एक रूप है जो उपभोक्ताओं को प्रचार विपणन संदेश देने के लिए इंटरनेट का उपयोग करता है। इसमें ईमेल विपणन, खोज इंजन विपणन (एसईएम), सोशल मीडिया मार्केटिंग, कई प्रकार के प्रदर्शन विज्ञापन (वेब बैनर विज्ञापन सहित), और मोबाइल विज्ञापन शामिल हैं। 2011 में, संयुक्त राज्य में इंटरनेट विज्ञापन राजस्व ने केबल टीवी के उन लोगों को पीछे छोड़ दिया और लगभग सभी प्रसारण टेलीविजन से अधिक थे। 19 कई आम ऑनलाइन विज्ञापन प्रथा विवादास्पद हैं और नियमित रूप से कानून के अधीन हैं। जब वेब 1990 के दशक में विकसित हुआ, तो एक विशिष्ट वेब पेज को वेब सर्वर पर पूरा फ़ॉर्म में संग्रहित किया गया था, जो एचटीएमएल में प्रारूपित है, एक अनुरोध के जवाब में एक वेब ब्राउज़र के संचरण के लिए पूरा किया गया था। 
समय के साथ, वेब पेज बनाने और पेश करने की प्रक्रिया गतिशील हो गई है, एक लचीली डिजाइन, लेआउट, और सामग्री बना रही है। वेबसाइटों को अक्सर सामग्री प्रबंधन सॉफ्टवेयर का उपयोग करके, शुरू में, बहुत कम सामग्री के साथ बनाया जाता है। इन सिस्टमों के योगदानकर्ता, जो भुगतान किया जा सकता कर्मचारी, किसी संगठन या जनता के सदस्य, उस प्रयोजन के लिए डिज़ाइन किए गए संपादन पृष्ठों का उपयोग करके अंतर्निहित डाटाबेस को भरें, जबकि कैज़ुअल विज़िटर्स एचटीएमएल प्रपत्र में इस सामग्री को देखने और पढ़ें। नये प्रविष्टि सामग्री को लेने की प्रक्रिया में निर्मित संपादकीय, अनुमोदन और सुरक्षा व्यवस्था हो सकती है या नहीं हो सकती है और इसे लक्ष्य के लिए उपलब्ध कर सकती है।
Communications:- ईमेल एक महत्वपूर्ण संचार सेवा है जो इंटरनेट पर उपलब्ध है। मेलिंग पत्र या मेमो के समान एक तरह से पार्टियों के बीच इलेक्ट्रॉनिक पाठ संदेश भेजने की अवधारणा इंटरनेट के निर्माण की भविष्यवाणी करती है। चित्र, दस्तावेज, और अन्य फ़ाइलें ईमेल संलग्नक के रूप में भेजी जाती हैं। जीमेल का लोगो (जीमेल का आर्टिकल खोलें)इंटरनेट टेलीफोनी इंटरनेट के निर्माण के द्वारा एक और आम संचार सेवा संभव है। वीओआईपी वॉयस-ओवर-इंटरनेट प्रोटोकॉल का अर्थ वह प्रोटोकॉल है जो कि सभी इंटरनेट संचार के अंतर्गत आता है। 
यह विचार 1990 की शुरुआत में निजी कंप्यूटरों के लिए वॉकी-टॉकी जैसी आवाज अनुप्रयोगों के साथ शुरू हुआ हाल के वर्षों में कई वीओआईपी सिस्टम सामान्य टेलीफोन के रूप में उपयोग करने में आसान और सुविधाजनक हो गए हैं लाभ यह है कि, इंटरनेट आवाज यातायात के रूप में है, वीओआईपी एक पारंपरिक टेलीफोन कॉल की तुलना में बहुत कम या मुफ्त हो सकती है, खासकर लंबी दूरी पर और खासकर उन इंटरनेट कनेक्शन जैसे केबल या एडीएसएल के लिए। वीओआईपी परंपरागत टेलीफोन सेवा के लिए एक प्रतिस्पर्धी विकल्प में परिपक्व हो रहा है। विभिन्न प्रदाताओं के बीच इंटरऑपरेबिलिटी में सुधार हुआ है और पारंपरिक टेलीफोन से कॉल करने या प्राप्त करने की क्षमता उपलब्ध है। सरल, सस्ती वीओआईपी नेटवर्क एडाप्टर उपलब्ध हैं जो एक निजी कंप्यूटर की आवश्यकता को समाप्त करते हैं। 
कॉल करने के लिए वॉयस गुणवत्ता अभी भी भिन्न हो सकती है, लेकिन अक्सर पारंपरिक कॉल्स के बराबर होती है और इससे भी अधिक हो सकती है। वीओआईपी के लिए शेष समस्याओं में आपातकालीन टेलीफोन नंबर डायलिंग और विश्वसनीयता शामिल है। वर्तमान में, कुछ वीओआईपी प्रदाता एक आपातकालीन सेवा प्रदान करते हैं, लेकिन यह सार्वभौमिक रूप से उपलब्ध नहीं है। “अतिरिक्त सुविधाओं” वाले पुराने पारंपरिक फोन केवल पावर विफल होने के दौरान ही संचालित होते हैं और संचालित होते हैं; वीओआईपी फोन उपकरण और इंटरनेट एक्सेस डिवाइसेज़ के लिए बैकअप पावर स्रोत के बिना ऐसा कभी नहीं कर सकता है खिलाड़ियों के बीच संचार के एक रूप के रूप में, वीओआईपी गेमिंग अनुप्रयोगों के लिए तेजी से लोकप्रिय हो गया है। गेमिंग के लिए लोकप्रिय वीओआईपी ग्राहकों में वेंत्रिलो और टीमेंपीक शामिल हैं आधुनिक वीडियो गेम कंसोल भी वीओआईपी चैट सुविधाओं की पेशकश करते हैं।
Data Transfer:- फ़ाइल साझा करना इंटरनेट पर बड़ी मात्रा में डेटा स्थानांतरित करने का एक उदाहरण है एक कंप्यूटर फाइल ग्राहकों, सहयोगियों और मित्रों को एक अनुलग्नक के रूप में ईमेल कर सकती है। यह एक वेबसाइट या फाइल ट्रांसफर प्रोटोकॉल (एफ़टीपी) सर्वर पर अन्य लोगों द्वारा आसानी से डाउनलोड करने के लिए अपलोड किया जा सकता है। सहकर्मियों द्वारा तत्काल उपयोग के लिए इसे “साझा स्थान” या फ़ाइल सर्वर पर रखा जा सकता है कई उपयोगकर्ताओं के लिए थोक डाउनलोड का लोड “मिरर” सर्वर या पीयर-टू-पीयर नेटवर्क के उपयोग से आसान हो सकता है। 
इनमें से किसी एक मामले में, फ़ाइल तक पहुँच को उपयोगकर्ता प्रमाणीकरण के द्वारा नियंत्रित किया जा सकता है, इंटरनेट पर फ़ाइल का पारगमन एन्क्रिप्शन द्वारा छिपा हुआ हो सकता है, और पैसे फ़ाइल को एक्सेस करने के लिए हाथ बदल सकते हैं। कीमत से धन के रिमोट चार्जिंग द्वारा भुगतान किया जा सकता है, उदाहरण के लिए, एक क्रेडिट कार्ड जिसका विवरण भी पारित किया जाता है – आमतौर पर पूरी तरह से एन्क्रिप्ट किया गया – इंटरनेट पर प्राप्त फाइल की उत्पत्ति और प्रामाणिकता डिजिटल हस्ताक्षर द्वारा या एमडी ५ या अन्य संदेश डाईजेस्ट्स द्वारा जाँच की जा सकती है। इंटरनेट की ये सरल विशेषताओं, दुनिया भर के आधार पर, संचरण के लिए कंप्यूटर फ़ाइल में कम की जा सकने वाली किसी भी वस्तु का उत्पादन, बिक्री और वितरण बदल रहे हैं। इसमें सभी तरह के प्रिंट प्रकाशन, सॉफ्टवेयर उत्पाद, समाचार, संगीत, फिल्म, वीडियो, फोटोग्राफी, ग्राफिक्स और अन्य कला शामिल हैं। 
इसके बदले में उन मौजूदा उद्योगों में भूकंपीय बदलाव हुए हैं जो पहले इन उत्पादों के उत्पादन और वितरण को नियंत्रित करते थे। स्ट्रीमिंग मीडिया अंत उपयोगकर्ताओं द्वारा तत्काल खपत या आनंद के लिए डिजिटल मीडिया का वास्तविक समय वितरण है कई रेडियो और टेलीविज़न ब्रॉडकास्टर्स अपने लाइव ऑडियो और वीडियो प्रस्तुतियों के इंटरनेट फ़ीड प्रदान करते हैं। वे टाइम-शिफ्ट देखने या सुनने जैसे कि पूर्वावलोकन, क्लासिक क्लिप्स और सुनो फिर की सुविधा भी दे सकते हैं। इन प्रदाताओं को एक शुद्ध इंटरनेट “ब्रॉडकास्टर्स” की श्रेणी में शामिल किया गया है, जिनके पास ऑन-एयर लाइसेंस नहीं था। 
इसका मतलब यह है कि एक इंटरनेट से जुड़े डिवाइस, जैसे कंप्यूटर या अधिक विशिष्ट, का प्रयोग उसी तरह उसी तरह से ऑन-लाइन मीडिया तक पहुँचने के लिए किया जा सकता है जितना पहले संभवतः केवल टेलीविज़न या रेडियो रिसीवर के साथ था उपलब्ध प्रकार की सामग्रियों की श्रेणी, विशेष तकनीकी वेबकास्ट से मांग-लोकप्रिय मल्टीमीडिया सेवाओं के लिए बहुत व्यापक है। ब्रॉडकास्टिंग इस विषय पर एक भिन्नता है, जहाँ आम तौर पर ऑडियो-सामग्री डाउनलोड की जाती है और कंप्यूटर पर वापस खेला जाता है या स्थानांतरित करने के लिए सुने जाने वाले पोर्टेबल मीडिया प्लेयर में स्थानांतरित हो जाता है। 
साधारण उपकरण का इस्तेमाल करते हुए ये तकनीक दुनिया भर में ऑडियो-विज़ुअल सामग्री को प्रसारित करने के लिए, छोटे सेंसरशिप या लाइसेंस नियंत्रण के साथ किसी को भी अनुमति देती हैं। डिजिटल मीडिया स्ट्रीमिंग नेटवर्क बैंडविड्थ की मांग को बढ़ाती है उदाहरण के लिए, मानक छवि गुणवत्ता के लिए एसडी 480 पी के लिए  1 एमबीटी / एस लिंक गति की आवश्यकता होती है, एचडी 820 पी की गुणवत्ता में 2.5 एमबीटी / एस की आवश्यकता होती है, और उच्चतम-एचडीएक्स गुणवत्ता को 1080 पी के लिए 4.5 एमबीटी / एस की आवश्यकता होती है। वेबकैम इस घटना का एक कम लागत वाला विस्तार है। जबकि कुछ वेबकैम पूरा-फ़्रेम-दर वीडियो दे सकता है, तो चित्र आमतौर पर छोटा होता है या धीरे-धीरे अपडेट होता है।
इंटरनेट उपयोगकर्ता एक अफ्रीकी वॉटरहो के आसपास पशुओं को देख सकते हैं, पनामा नहर में जहाजों, स्थानीय राउंडअबाउट पर ट्रैफ़िक या अपने स्वयँ के परिसर की निगरानी, लाइव और वास्तविक समय में देख सकते हैं। वीडियो चैट रूम और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग भी लोकप्रिय हैं, कई व्यक्तिगत वेबकैम के लिए उपयोग किए जा रहे उपयोग के साथ, बिना और बिना दो-तरफ़ा ध्वनि यूट्यूब 15 फ़रवरी 2005 को स्थापित किया गया था और अब एक विशाल संख्या में उपयोगकर्ताओं के साथ मुफ्त स्ट्रीमिंग वीडियो की अग्रणी वेबसाइट है। यह एक फ्लैश आधारित वेब प्लेयर का उपयोग करता है जो वीडियो फ़ाइलों को स्ट्रीम और दिखाती है। पंजीकृत उपयोगकर्ता असीमित मात्रा में वीडियो अपलोड कर सकते हैं और अपनी व्यक्तिगत प्रोफ़ाइल बना सकते हैं। यूट्यूब का दावा है कि इसके उपयोगकर्ता सैकड़ों मिलियन देखते हैं, और हर दिन लाखों वीडियो अपलोड करते हैं। वर्तमान में, यूट्यूब एक एचटीएमएल 5 प्लेयर का उपयोग भी करता है।

इन्टरनेट के घटक 

Server:- सर्वर कंप्यूटर होते हैं जो साझा किए गए फ़ाइलें, प्रोग्राम और नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम रखते हैं। सर्वर नेटवर्क के सभी उपयोगकर्ताओं को नेटवर्क संसाधनों तक पहुंच प्रदान करता हैं। कई अलग-अलग प्रकार के सर्वर हैं। और एक सर्वर कई फ़ंक्शन प्रदान कर सकता हैं। उदाहरण के लिए, फ़ाइल सर्वर, प्रिंट सर्वर, मेल सर्वर, संचार सर्वर, डेटाबेस सर्वर, फैक्स सर्वर और वेब सर्वर आदि होते हैं।
Client:- क्लाइंट ऐसे कंप्यूटर होते हैं जो नेटवर्क और साझा नेटवर्क संसाधनों का उपयोग करते हैं। क्लाइंट कंप्यूटर मूल रूप से नेटवर्क के यूजर (उपयोगकर्ता) होते हैं, क्योंकि वे सर्वर से सेवाओं का अनुरोध करते हैं और उन्हें प्राप्त करते हैं।
Transmission media:- ट्रांसमिशन मीडिया नेटवर्क में कंप्यूटरों को आपस में जोड़ने के लिए उपयोग की जाने वाली सुविधाएं हैं, जैसे व्यावर्तित युग्म तार(twisted-pair wire), समाक्षीय केबल ( coaxial cable), और ऑप्टिकल फाइबर केबल (optical fiber cable)। ट्रांसमिशन मीडिया को कभी-कभी चैनल, लिंक या लाइन भी कहा जाता है।
Shared data:- साझा डेटा वह डेटा होता है जो फ़ाइल सर्वर जैसे डेटा फ़ाइलों, प्रिंटर एक्सेस प्रोग्राम और ई-मेल जैसे क्लाइंट को प्रदान करते हैं।
Shared printers and other external devices:- साझा प्रिंटर और बाह्य उपकरण नेटवर्क के यूजर को नेटवर्क द्वारा प्रदत्त हार्डवेयर संसाधन हैं। प्रदान किए गए संसाधनों में डेटा फ़ाइलों, प्रिंटर, सॉफ़्टवेयर या नेटवर्क पर क्लाइंटद्वारा उपयोग किए गए अन्य आइटम भी शामिल हैं।
Network interface card:- नेटवर्क में प्रत्येक कंप्यूटर में एक विशेष विस्तारित कार्ड होता है जिसे नेटवर्क इंटरफ़ेस कार्ड (एनआईसी) कहा जाता हैं। नेटवर्क इंटरफेस कार्ड कंप्यूटर और नेटवर्क के बीच डाटा तैयार करता है, डेटा प्राप्त करता है, और डाटा प्रवाह को नियंत्रित करता हैं। ट्रांसमिट पक्ष में, नेटवर्क इंटरफेस कार्ड डेटा के फ्रेम को भौतिक स्तर तक गुजरता है, जो डेटा को भौतिक लिंक पर ट्रांसमिट करता हैं। रिसीवर के पक्ष में, नेटवर्क इंटरफेस कार्ड भौतिक परत से प्राप्त बिट्स और इसकी सामग्री के आधार पर संदेश को प्रोसेस करती है।
Local operating system:- लोकल ऑपरेटिंग सिस्टम पर्सनल कंप्यूटर को फाइलों तक पहुंचने, लोकल प्रिंटर पर प्रिंट करने, और कंप्यूटर पर स्थित एक या अधिक डिस्क और सीडी ड्राइव का उपयोग करने की अनुमति देता हैं। उदाहरण एमएस-डॉस, यूनिक्स, लिनक्स, विंडोज २०००, विंडोज ९८, विंडोज एक्सपी आदि हैं।
Network operating system:- नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम एक प्रोग्राम हैं। जो कंप्यूटर और सर्वर पर चलता है, और कंप्यूटर को नेटवर्क पर संचार करने की अनुमति देता है।
Hub:- हब एक उपकरण है जो कई कंप्यूटरों में एक नेटवर्क कनेक्शन को विभाजित करता हैं। यह एक वितरण केंद्र की तरह हैं। जब कोई कंप्यूटर किसी नेटवर्क या विशिष्ट कंप्यूटर से जानकारी का अनुरोध करता है, तो यह केबल के माध्यम से हब को अनुरोध भेजता हैं। हब को अनुरोध प्राप्त होता हैं। और हब इसे पूरे नेटवर्क पर ट्रांसमिट कर देता हैं। नेटवर्क में प्रत्येक कंप्यूटर को यह पता होना चाहिए कि ट्रांसमिट डेटा उनके लिए है या नहीं।
Switch:- स्विच एक दूरसंचार डिवाइस है जिसे कंप्यूटर नेटवर्क घटक में से एक के रूप में समूहीकृत किया गया हैं। स्विच एक हब की तरह है, लेकिन उन्नत सुविधाओं के साथ बनाया गया होता हैं। यह प्रत्येक आने वाले संदेशों में भौतिक डिवाइस पते का उपयोग करता है ताकि यह संदेश सही गंतव्य या पोर्ट को वितरित कर सके। हब की तरह, स्विच प्राप्त संदेश को पूरे नेटवर्क पर प्रसारित नहीं करता, बल्कि यह भेजने से पहले कि सिस्टम या पोर्ट को संदेश भेजा जाना चाहिए कन्फर्म करता हैं। दूसरे शब्दों में, स्विच स्रोत और गंतव्य को सीधे जोड़ता हैं। जो नेटवर्क की गति बढ़ाता हैं। दोनों स्विच और हब में सामान्य विशेषताएं हैं, विभिन्न आरजे-४५ पोर्ट, बिजली की आपूर्ति और कनेक्शन रोशनी।
Router:- जब हम कंप्यूटर नेटवर्क घटकों के बारे में बात करते हैं, तो एक अन्य डिवाइस और है जो कि इंटरनेट कनेक्शन के साथ लोकल एरिया नेटवर्क (LAN) को कनेक्ट करने के लिए इस्तेमाल होता हैं। उसे राउटरकहा जाता हैं। जब आपके पास दो अलग-अलग नेटवर्क (LAN) होते हैं या कई सारे कंप्यूटरों के लिए एक इंटरनेट कनेक्शन साझा करना चाहते हैं। तो इसके लिए हम एक राउटर का उपयोग करते हैं। ज्यादातर मामलों में, हाल के राउटर में एक स्विच भी शामिल होता है जो दूसरे शब्दों में स्विच के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता हैं। आपको दोनों स्विच और राउटर खरीदने की ज़रूरत नहीं हैं। खासकर यदि आप छोटे व्यवसाय और घरेलू नेटवर्क स्थापित कर रहे हैं राउटर के दो प्रकार होते हैं: वायर और वायरलेस। विकल्प आपके भौतिक कार्यालय / घर की सेटिंग, गति और लागत पर निर्भर करता है।

इंटरनेट के उपयोग

अपने शुरूआत के दिनों में इंटरनेट का उपयोग सिर्फ वैज्ञानिकों द्वारा एक दूसरे को रिसर्च पेपर तथा अन्य सूचनाए साझा करने तक सीमित था.लेकिन धीरे- धीरे इंटरनेट का विकास होता गया और इसमें नई-नई तकनीक को जोडा गया. जिसका वर्तमान स्वरूप हम आज देखते है. आधुनिक इंटरनेट हमारी जीवनशैली का हिस्सा हो गया है. हमारे रोजमर्रा के लगभग सारे कार्य इंटरनेट के माध्यम से घर बैठकर किये जाने लगे है.अपने शुरूआत में इंटरनेट सिर्फ सूचनाओं के साझा करने तक सीमित था. लेकिन, वर्तमान इंटरनेट अपने पैर लगभग हर क्षेत्र में फैला चुका है. चिकित्सा से लेकर दैनिक उपयोग के सामान की खरीदी तक.आइए जानते है इंटरनेट के कुछ प्रमुख क्षेत्र जहाँ इंटरनेट का उपयोग किया जाता है।
For communication:- इंटरनेट का सबसे अधिक उपयोग हम एक दूसरे से सम्पर्क साधने के लिए करते है. इंटरनेट के द्वारा हम कभी भी और कहीं भी शीघ्रता से अपने चाहने वालो को संदेशा भेज एवं प्राप्त कर सकते है. इंटरनेट पर संदेश भेजने का एक तरीका e-Mail है. ई-मेल के अलावा सोशल मीडिया साइट्स जैसे फेसबुक, ट्वीटर, वाट्सएप, टेलिग्राम, इंस्टाग्राम आदि के जरिए हम रियल टाइम में अपने करिबियों से जुड़े रह सकते है और उनकी हर एक गतिविधि को अपनी आँखों से देखते रह सकते है।
To search for:- इंटरनेट को विकसित ही इसलिए किया गया था. आज से पहले कभी भी इस प्रकार सूचनाए प्राप्त करना आसान नही था. लेकिन आज हम इंटरनेट के माध्यम से दुनिया के किसी भी कोने से जानकारीयाँ प्राप्त कर सकते है और वो भी कुछ सैकण्डों में.हम दुनिया के हर कोने की खबर घर बैठे अपने कम्प्यूटर पर ले सकते है. इंटरनेट पर जानकारी/सूचनाएं खोजने के लिए Search Engines का उपयोग किया जाता है।
For entertainment:- इंटरनेट का उपयोग मनोरंजन के साधन के रूप में किया जाता है. मनोरंजन के क्षेत्र मे विकल्प असीमित है. इसके माध्यम से हम फिल्में, गाने, विडियों आदि को देख तथा सुन सकते है.पढने के शौकिन अपने मनपसंद लेखक को पढ‌ सकते है. इसके अलावा हर वक्त का मनोरंजन विडियो गेम कि दुनिया तो हमारे लिए हर वक्त खुली होती है. यूट्यूब पर लाखों मनोरंजन चैनल मौजूद है. जिनके ऊपर रोजाना कॉमेडी, शायरीयाँ, रोमेंटिक वीडियों, फिल्म डायलॉग्स, देशी कलाकारों द्वारा निर्मित विडियों, गाने आदि अपलोड किये जा रहे है. आप बिना शुल्क के फुल मनोरंजन प्राप्त कर सकते है.आपको खुद वीडियों बनाने का शौक है तो आप इसके लिए खुद का यूट्यूब चैनल शुरु करें और विडियों बनाकर अपलोड करें. इसी तरह Facebook, Twitter, Instagram जैसी Online प्लैटफॉर्म्स है।
In the feild of education:- इसे e-Learning (ई-शिक्षा) कहते है. यह क्षेत्र तेजी से बढ रहा है. आज इंटरनेट के माध्यम से हम घर में बैठकर ही अपने लिए मनपसंद कॉलेज, स्कूल चुन सकते है. इसके अलावा हमारे पसंद के कोर्स किस कॉलेज में उपलब्ध है और उस कोर्स के बारे में सारी जानकारी यथा कोर्स की फीस, कोर्स का समयावधि आदि, यह जानकारी हम अपने कम्प्यूटर पर प्राप्त कर कर सकते है. आज ई-लर्निंग का क्षेत्र काफि विकसित हो चुका है. हम घर बैठे-बैठे ही दुनिया के बेहतरीन अध्यापकों से पढ़ सकते है. और दुनिया की टॉप युनिवर्सीटीज में एडमिशन लेकर पढ़ाई करने की सुविधा का लाभ भी ले सकते हैं।
For e-governance:- डिजिटल इंडिया कार्यक्रम इस दिशा में किया गया एक प्रयास है. जिसके तहत डिजिटल रूप में सरकारी सुविधाओं को आम जनता के लिए सुलभ करवाने का प्रयास है. इसके परिणाम स्वरूप आज हम देखते है कि अधिकतर सरकारी सेवाएँ ऑनलाइन उपलब्ध होने लगेगी. आप राशन कार्ड, आधार कार्ड से लेकर पेंशन तथा सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ लें सकते है।
For purchase:- इसे ई-व्यापार (e-Commerce) कहते है. इंटरनेट के माध्यम से बाजार को घर से ही देखा जा सकता है और अपना सामान खरीदा जा सकता है.इसके द्वारा घर बैठे ही किस दुकान पर कौनसा सामान है और कौनसा नही तथा उस सामान के ढेरो विकल्प एक साथ देखकर पसंद से अपना सामान खरीद सकते है. इसके अलावा प्रचलित फैशन की जानकारी भी जुटाई जा सकती है.अमेजन, फ्लिपकार्ट, स्नैपडील, पेटीएम मॉल, मिंत्रा, वालमॉर्ट, अलिबाबा, ईबे कुछ प्रचलित ऑनलाइन शॉपिंग मार्केटप्लैस है।

इंटरनेट से होने वाले लाभ

  1. ऑनलाइन खरीदारी।
  2. व्यापार को बढ़ाना।
  3. मार्केटिंग।
  4. सीधा वार्तालाप।
  5. ऑनलाइन ऑफिस कार्य।
  6. ऑनलाइन भुगतान।
  7. रोजगार अवसरों की उपलब्धता।
  8. प्रचार अवसरों की बढ़ोतरी।
  9. मनोरंजन।
  10. जागरूकत।

Online shopping:- आधुनिक समय में इंटरनेट का बड़ा फायदा ऑनलाइन शौपिंग करने वालो को हुआ है। यही वजह है की मिन्त्रा ,अमेज़न,फ्लिप्कार्ट,के अलावा और भी कई कंपनियों ने अपनी पहचान बना कर करोड़ों का व्यापार कर रही हैं। अब लोगों को बाज़ार जाकर दुकानों पर घूम कर समय नहीं गवाना पड़ता है |अब इंटरनेट की सहायता से घर बैठे ही सस्ते दामों में मनपसंद सामान खरीद सकते हैं। साथ हे अपने परिवार तथा रिश्तेदारों को गिफ्ट भी भेज सकते हैं।
Trade promotion:- अपने व्यापार को आगे बढ़ने के लिए विश्व की सभी छोटी -बड़ी कंपनियां विज्ञापन का सहारा लेती हैं।अब इंटरनेट के युग में व्यापार का प्रचार और भी आसान हो गया है।इंटरनेट के माध्यम से अब ऑनलाइन विज्ञापन तथा मार्केटिंग आदि से बहुत लाभ कमा रही हैं। घर घर में इसकी सुलभता ने और भी अवसर दिए हैं।
Marketing:- इंटरनेट ने मार्केटिंग के क्षेत्र में भी नए आयाम दिए हैं । पहले व्यक्तिगत रूप में जाकर अपने product  के बारे में समझाना पड़ता था अब यह सब नहिक्र्ना पड़ता । अन ऑनलाइन हम अपने प्रोडक्ट के बारे में बता सकते हैं और जिन्हें वो खरीदना है वह हमसे सम्पर्क क्र लेता है।
Freelancing:- आजकल फ्रीलांसर बढ़ते जा रहे हैं जिसका कारन इसमें पैसे कमाने के अवसर का होना। इंटरनेट ने यह अवसर दिया है। इंटरनेट ने लोगों को अपनी उपलब्धि को दुनिया को दिखाने के अवसर प्रदान किये हैं जिसमे व्यक्ति अपनी उपलब्धि तथा कौशल को वेबसाइट बनाकर ऑनलाइन सर्वे ब्लॉग्गिंग तथा vedeo आदि अपलोड कर के पैसे कम रहे हैं।
Online office work:- कई ऐसी बड़ी ऑनलाइन मार्केटिंग कंपनियां हैं जो घर बैठे इन्टरनेट के माध्यम से कार्य करने की सुविधा देती हैं जिसमे कर्मचारी अपने हे घर से लेपटोप या मोबाइल फोन की सहायता से मार्केटिंग का काम करते हैं और समय की बचत करते हैं।
Online payment:- एक समय था जब हमको लम्बी लम्बी लाइन में खड़े हो कर बिल या कोई भुगतान करना होता था। अब इंटरनेट ने इस से निजात दिला दी है। इंटरनेट पर हम नेट बैंकिंग या क्रेडिट कार्ड की मदद से कुछ ही मिनटों में बिजली,टेलीफोन,ऑनलाइन शौपिंग के बिल,पेट्रोल आदि के पैसों का भुगतान कर सकते हैं। इस से समय आवर श्रम दोनों की बचत होती है।
Employment opportunities availability:- एक समय था जब लोग पूछ कर या समाचार पत्रों को देख कर रोज़गार को तलाश करते थे। इंटरनेट ने इसको और भी सुलभ कर दिया है|अब नौकरियों के लिए आवेदन तथा जानकारी प्राप्त करना आसान हो गया है । अब घर बैठे हे जॉब पोर्टल वेबसाइट से नौकरी के बारे में जान सकते हैं और चाहो तो नौकरी के लिए आवेदन भी कर सकते हैं।
Increase in information and publicity opportunities:- इंटरनेट पर हम वौइस् कॉल ,वौइस्  मैसज ,इमेल ,विडियो कॉल आदि क्र सकते हैं जिस से किसी भी कौने में बैठ कर महत्वपूरण जानकारियाँ एवं सूचना कुछ हे सेकंड में भेजी और प्राप्त की जा सकती है।
Entertainment:- इन्टरनेट का अधिक फायदा मनोरंजन क्षेत्र को हुआ है। जब भी खाली समय मिलता है हम इन्टरनेट की सहायता से फिल्मे,टेली विज़न  या गाने देख या सुन सकते हैं। साथ हे दोस्तों से चैट भी कर सकते हैं। छोटे बच्चे कार्टून एवं गेम खेल सकते हैं।

Awareness:- इन्टरनेट ने आम या खास हर व्यक्ति को जागरूक बनाने में अहम् भूमिका निभाई है ।समाज या देश में जो भी हो रहा है वह हम इंटरनेट के माध्यम से देख सकते हैं। यहाँ तक की विश्व के किसी भी कोने में होने वाली घटना को हम सीधे घटना स्थल पर सकते हैं। इस से हम जागरूक व्यक्ति बनते हैं।

इन्टरनेट से होने वाली हानियाँ

  1. धोखाधड़ी।
  2. अश्लीलता,हिंसक प्रवति।
  3. स्वास्थय पर बुरा प्रभाव।
  4. चारित्रिक पतन।
  5. आर्थिक अपव्यय।

Fraud:- आज कल इनटर्नेट जब दुनिया के सभी लोगों को जुड़ने का अवसर दे रहा है तो यह भी है की हम प्रत्येक व्यक्ति को व्यक्तिगत रूप से नहीं जानते हैं। ऐसे में हमारे साथ धोखा होने की सम्भवना बढ़ जाती है।

Obscenity and violent behavior:- इंटरनेट पर कार्य करने वाले व्यक्ति कई बार इस को गलत तरीके से इस्तमाल करते हैं।किसी को बदनाम करने के लिए ब्लैक मैलिंग आदि करते हैं। कुछ लोग पैसे कमाने के लिए अश्लील चीजें भी डालते हैं जो कम उम्र के बच्चों को बिगाड़ता है।
Effects on health:- हर चीज की अति बुरी होती है इसलिए लोग इंटरनेट को बहुत अधिक उपयोग कर के अपने स्वस्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे है। रातों को जाग कर इन्टरनेट पर काम करने से लोगों की दिनचर्या पूरी तरह बिगड़ गई है। इस से उन के स्वास्थय पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है।जैसे वजन बढ़ना ,आँखों में जलन ,मानसिक तनाव ,कमर में दर्द आदि।

Character collapse:- इंटरनेट ने लोगो क चारित्रिक पतन को भी बढ़ावा दिया है।अज का युवा अपने लक्ष्य से भटक रहा है।साथ हे परिवार टूट रहे हैं।दाम्पत्य जीवन में दरार आने लगी है अश्लीलता ने लोगों के चरित्र का हनन किया है।
Wastage of time and money:- इन्टरनेट पर लोग दिन का अधिकांश समय व्यतीत करते हैं। इया से समय तथा धन दोनों की बर्बादी हो रही है।कंपनियां मुनाफे के लिए भारी चार्ज लेती हैं जो कभी कभी जेब पर भरी पड़ता है।जबकि कंपनिया मालामाल हो जाती है।यदि हम इंटरनेट को अपनी आदत बना लेते हैं तो हम अपना ही नुक्सान करते हैं।

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