HTML क्या है? कैसे काम करता है? HTML के बारें में विस्तार से जानिए?

HTML क्या है और कैसे काम करता है? HTML का उपयोग किस लिए किया जाता है? HTML Tag को उदाहरण सहित समझाइये? साथ ही यह भी सीखियें कैसे HTML Code लिखा जाता है? सबकुछ आसान शब्दों में What is HTML? Know HTML in Details in Hindi?

HTML क्या हैं? कैसे काम करता है? HTML के बारें में विस्तार से जानिए?
HTML क्या हैं? कैसे काम करता है? HTML के बारें में विस्तार से जानिए?

HTML एक Mark Up Language है, जिसे वेब डॉक्युमेंट (वेब पेज) बनाने के लिए विकसित किया गया है। इसका विकास 90 के दशक में हुआ था। यह एक वेब पेज का आधार होती है और वेब पेज एक वेबसाइट का आधार होते है। HTML वेब डॉक्युमेंट को बनाने के किए ‘Tags’ का इस्तेमाल करती है।

HTML की हिस्ट्री

1980 में, CERN के एक ठेकेदार (Contractor) Physicist (भौतिक बिज्ञानी), Tim Berners-Lee नें CERN Researchers (शोधकर्ताओं) के Documents को उपयोग और Share करने के लिए उन्होंने एक System का प्रस्ताव दिया।

1989 में, Tim Berners – Lee ने Internet Based Hypertext System का प्रस्ताव देने वाला एक Memo (ज्ञापन) लिखा। Tim Berners-Lee को HTML का Father (पिता) कहा जाता है। सबसे पहले HTML का Description एक Document था जिसे “HTML-Tag” कहा जाता है। Tim Berners – Lee के द्वारा HTML को Internet पर 1991 में Mention किया गया।

HTML की अवधारणा

हायपरटैक्‍स्‍ट (Hypertext) मूलभूत रूप से साधारण टैक्‍स्‍ट की तरह ही होता हैं। इसे साधारण टैक्‍स्‍ट की तरह ही पढ़ा, संचित किया जा सकता हैं, इसके अलावा उसमें नया टैक्‍स्‍ट भी जोड़ा जा सकता हैं। हाइपरटैक्‍स्‍ट की विशेषता यह हैं कि य‍ह टैक्‍स्‍ट में अन्‍य दस्‍तावेजों के साथ सम्‍बन्‍ध रखता हैं।

किसी हाइपरटैक्‍स्‍ट सिस्‍टम में यदि हम माउस से हाइपरटैक्‍स्‍ट को चिन्हित करते हैं तो हमें एक दूसरा डॉक्‍यूमेन्‍ट (The history of Hypertext) प्राप्‍त होता हैं। इसी प्रकार इस डॉक्‍यूमेन्‍ट में हाइपरटैक्‍स्‍ट किसी अन्‍य डॉक्‍यूमेंन्‍ट से जुड़ा (Link) हुआ या सम्‍बधिन्‍त हो सकता हैं। यह हाइपरटैक्‍स्‍ट लिंक, हाइपर लिंक (Hyperlink) कहलाते हैं। इस प्रकार हम हाइपरटैक्‍स्‍ट की सहायता से जटिल से जटिल वेब लिंक बना सकते हैं।

वेब का सम्‍पूर्ण कार्य हाइपरटैक्‍स्‍ट पर निर्भर करता हैं। हाइपरटैक्‍स्‍ट से सम्‍बन्धित एक शब्द है हाइपर मीडिया, हाइपरटैक्‍स्‍ट को विभिन्‍न चित्रों, चलचित्रों, ध्‍वनियों से भी जोड़ता हैं। दूसरे शब्‍दों में हम कह सकते हैं कि हाइपर मीडिया हाइपरटैक्‍स्‍ट को मल्‍टी मीडिया से जोड़ता हैं।

HTML का परिचय

HTML का Full Form “Hypertext Markup Language” होता है। यह एक standard markup language है जिसका इस्तेमाल Web-page या Website-create करने के लिए किया जाता है। HTML में Website या Web-page Design करने के लिए बहुत सारे Tags Available होते हैं जिसकी मदद से हम Web-Page Design कर सकते हैं। चलिए अब समझते हैं की Hypertext markup language का मतलब क्या होता है?

Hypertext का मतलब होता है की “एक Text के अन्दर दूसरा Text”। किसी भी Text में लिंक Available रहता है उसे Hypertext कहा जाता है। आपने बहुत सारे Web-pages में देखा होगा की कुछ लिंक Available रहते हैं जिस पर Click करने के बाद हम किसी दुसरे Page पर चले जाते हैं उस Text को Hyper text कहा जाता है।

Markup Language एक Language होता है जिसका इस्तेमाल Web-pages में Text को Interactive बनाने के लिए किया जाता है। इसमें पहले से ही Tag Define रहते हैं और सभी Tag का अलग-अलग काम होता है और साथ ही साथ सभी Tag का Area Fix किया हुआ रहता है की कौन-सा Tag कितना दूर तक काम करेगा।

HTML क्या हैं?

Hyper Text Mark-up Language एक Website Designing का पार्ट हैं जिसका Full Form हाइपर टेक्स्ट मार्कअप लैंग्वेज हैं। आज के समय में इसका इस्तेमाल Web page और वेबसाइट को Design करने के लिये किया जाता हैं। और तो और HTML लैंग्वेज का प्रयोग Wold Wide Web आकर्षित और अच्छे तरीके से प्रेजेंट करने का काम करता हैं।

HTML Coding in Details in Hindi
HTML Coding in Details in Hindi

इसमें जो Hyper वर्ड का मतलब एक साथ कोड को Website पर Load करना इसमें प्रोग्रामिंग C की तरह सारे Element एक दूसरे से अटैच नही रहते हैं बल्कि इसमें सारी HTML कोड क्लिक करते ही Execute और Run हो जाती हैं क्योंकि इसमें हर Element के बाद Tags लगे रहते हैं जो कि उस कोड को End टैग का सिग्नल देते हैं।

दूसरा है Text ये एक ऐसा Element है जो कि Web page को प्रेजेंट करने मे बहुत बड़ा रोल निभाता है बिना Text के हम इसमे Tags और डाटा Design नहीं कर सकते हैं और नही ही Small or Capital वर्ड मैं फॉर्मेटिंग कर सकते हैं। इस Element को HTML Language का Main एलीमेंट कहा जाता हैं क्योंकि इसमे सारी कोडिंग Text मे ही होती हैं। जो कि Notepad पर टाईप करते हैं।

अब इसके बाद है मार्कअप इसके नाम से ही स्पष्ट हैं मेकअप यानी इसमें जो भी फॉर्मेटिंग करनी हो जैसे कलर Design और फॉन्ट साइज छोटा या बड़ा और कोई फॉन्ट स्टाइल करना हो तो इसकी सहायता से कर सकते हैं। वेबसाइट को Create करने के लिए हमें कुछ नये उपडेट करने के लिए है जैसे Audio, Video, HD Images, ये सब लगाने के लिए हम Cascading Style Sheet ,CSS का इस्तेमाल कर सकते हैं।और इसमे Advance फीचर्स Add करने के लिए हम Java script का प्रयोग करते हैं। इन सबका उपयोग करके अपनी वेबसाइट को Dynamic और Attractive बना सकते हैं।

HTML के मुख्य प्रकार

Html को 3 Types में बाँटा जाता है। Html का नया Version Html 5 भी Launch कर दिया गया है।आइये जानते है इन प्रकारों के बारे में:-
Transitional:- यह Html का सबसे Common प्रकार है। इसमें एक Flexible Syntax, Grammar और Spelling Component है। Browser Tag पढ़ने के लिए एक Best Efforts को Approach करते है।Strict:- Html के Strict Type का मतलब है की यह Rules को Return करने और इसे ज्यादा Reliable बनाने में है For Example – Strict Type को सभी Opened Tags के लिए सभी Closing Tags की जरुरत होती है। Html का यह Type Phone के लिए सबसे महत्वपूर्ण होता है।Frame set:- एक Frame set Developers को Html Documents की Mosaic Create करने के लिए Allow करता है। जहाँ पर Multiple Documents को एक Single Screen में Connect किया जा सकता है। इस Technique का Use Menu System बनाने के लिए किया जाता है।

HTML के Version

HTML में बहुत सारे Version और अपडेट फीचर्स Add हो चुके हैं इसके हर एक Version में अलग अलग फीचर्स हैं जो कि इस प्रकार हैं:-
HTML 1.0 ये सबसे पहला Version है जिसे बहुत ही कम लोग जानते थे HTML 1.0 का उपयोग पहले सिर्फ और सिर्फ Web page ही Create कर सकते थे क्योँकि उसमें पहले कुछ ज्यादा फीचर्स नही थे।

HTML 2.0 इस Version के आया तब तक HTML 1.0 के सारे फीचर्स अच्छे से अपडेट हो चुके थे और लोग इसे जानने लग गये।

HTML 3.0 इस Version के मार्केट में आने से HTML लोगों के बीच काफी ज्यादा पॉपुलर हो चुका था तो HTML 3.0 में कुछ प्रॉब्लम आई इस बजह से इसे बीच में ही रोक दिया गया और कुछ समय बाद में इसे लांच कर दिया गया।

HTML 3.2 Version के आने से पहले HTML लैंग्वेज काफी पॉपुलर हो चुका था और HTML 3.0 को सीमित रहना पड़ा।

HTML 4.01 Version के आने से इसमे CSS को भी अपडेट कर दिया गया जिससे HTML पूरी तरह से एक Updated लैंग्वेज बन चुकी थी।

HTML 5.0 Version इसमें Multimedia के फीचर्स जैसे Audio , Video, Images , Update हो गये ये उस जमाने की बहुत पावरफुल लैंगुएज थी।

HTML के फीचर्स

जैसा की आप सभी तो जानते ही है की Technology दिन पर दिन बदलती रहती है। Technology की इसी Requirement को पूरा करने के लिए बहुत से Improvement के साथ Html 5 Launch किया गया। आइये जानते है इसके फीचर्स के बारे में:-

Clear Syntax:- Html के Syntax Clear होते है, जिसे की Modify भी किया जा सकता है।

Graphics:- Html 5 में Graphics का काफी Use किया गया है। जहाँ SVG (Scalable Vector Graphics) या Canvas का उपयोग कर Vector Graphics बना सकते हैं।

Geo Location:- Html 4 में Website Visit करने वाले Visitors की Geo Location को पता करना कठिन होता है, लेकिन जब से Html 5 Launch हुआ है, इसमें Geo Location को Add किया गया है।

New Format:- Html 5 में कुछ New Format Add किए गये है जैसे Date, Time, Calendar, Etc.

Effective Presentation:- Html के साथ Effective Presentation बना सकते है क्योंकि इसमें बहुत सारे Formatting Tag है।

Link Adding:- Html Programmer को Web pages पर Html Anchor Tag द्वारा Link Add करने की सुविधा देता है, इसलिए यह Browsing में Users के Interest को बढ़ा देता है।

Add Video Or Sound:- Html Programmer को Web page पर Graphic, Video और Sound Add करने के लिए सुविधा देता है, जो इसे और ज्यादा Interesting बनाता है।

HTML फाइल कहाँ और कैसे बनाये?

HTML एक मार्कअप लैंग्वेज हैं जिसमें Text एडिटर का उपयोग बहुत किया जाता हैं जो कि एक कोड को Generate करने मे सहायक होती हैं जिसे हम Notepad, Notepad++ ,पर टाईप करते हैं। और हमारे कंप्यूटर सिस्टम मैं ब्राउज़र Mozilla , गूगल Chrome होने चाहिए और उसके बाद Notepad पर जब कोड टाईप करतें हैं तो उसे अपने सिस्टम में इस फ़ाइल को .html , .html Extension नाम से Save या स्टोर करते हैं फिर उस फ़ाइल को Open करने के लिए उसपर दो बार क्लिक करना होगा फिर उसे किसी भी ब्राउज़र पर लोड करके ओपन कर सकते हैं। और ब्राउज़र Notepad के कोड को पढ़कर वेबसाइट पर दिखाता हैं।

HTML कैसे सीखें?

इस वेब प्रोग्रामिंग भाषा HTML को सीखना बहुत ही आसान है। आप कुछ ही घंटों की ट्रैनिंग से अपना खुद का वेब डॉक्युमेंट बनाने में कामयाब हो जाते है।

नीचे हम HTML सीखने के अलग-अलग तरीके बता रहे है। जिनके द्वारा आप खुद घर बैठे HTML सीख सकेंगे:-

  1. ऑनलाइन सीखें।
  2. वेब डिजाइनिंग कोर्स जॉइन करें।
  3. किताबें खरिदें।
  4. ऑफलाइन ट्युटोरिंग लें।
  5. यूट्यूब से सीखें।
  6. ऑनलाइन सीखें।

आजकल डिजिटल शिक्षा का बोलबाला है। इसलिए, आप अपने हिसाब से किसी ऑनलाइन सोर्स से Free HTML Training लें सकते है।

इंटरनेट पर सैकड़ों साइट मौजूद है. जो एचटीएचएल की फ्री ट्रैनिंग दे रहें है।  कुछ लोकप्रिय वेब पोर्टल जहाँ से आप फ्री में HTML सीख सकते हैं। 

Web Designing Course Join करें:- यदि आप ऑनलाइन नही सीख सकते है. और आपको परंपरागत शिक्षा प्रणाली ही अच्छी लगती है. तो आप किसी भी नजदीकि इंस्टीट्युट में जाकर वेब डिजाइनिंग कोर्स में एडमिशन लें सकते है।

इस कोर्स में आपको HTML के साथ अन्य वेब तकनिकों जैसे सीएसएस एवं जावा स्क्रिप्ट की ट्रैनिंग भी साथ में उपलब्ध करवाई जाती है।

इसलिए, आप अपने बजट और इंस्टीट्युट की साख को मद्दे नजर रखते हुए. उसका चयन करें और एडमिशन लेकर ट्रैनिंग शुरु करें।

इस ट्रैनिंग के दौरान आपको लाइव प्रोजेक्ट्स पर काम करने का अनुभव मिलता है और पढ़ाई पूरी होने के बाद सर्टिफिकेट भी दिया जाता है।  जो आपकी योग्यता को साबित करने के लिए एक अनिवार्य दस्तावेज होता है।

Books खरिदें:- किसी भी स्किल को सीखने का आधार किताबें होती है. इनके द्वारा हम लेखक से आभासी रूप में जुड़े रहते है।  और उनके ज्ञान का सीधा लाभ लेते है।

इसलिए, आप सेल्फ लर्निंग और सैध्दातिंक ज्ञान के लिए Best HTML Books बाजार से खरीदकर खुद उदाहरणों के जरिए सीखना शुरु करें।

हमें पूरा विश्वास है।  यदि आप किताब में दिए गए निर्देशों का पालन यथावत करते है तो आप 100% वेबपेज बनाना सीख लेंगे।

Offline Tutorial लें:- वैसे यह भी कोर्स जॉइन करने के जैसा ही है। मगर, फर्क बस इतना है कि यहाँ आप को कोर्स वगैरह में एडमिशन नही लेते है। केवल, पड़ोस के HTML Master से ट्रैनिंग लेते है।

इस ट्रैनिंग का फायदा किसी इंस्टीट्युट ट्रैनिंग से ज्यादा मिलता है। क्योंकि आप सीखने वाले केवल आप होते है।  और आपको काम करने का अनुभव भी मिलता है।

क्योंकि, इस तरह की ट्युटोरिंग देने वाले अधिकतर ट्युटर फ्रीलांसर होते है। और फ्रीलांसिंग करके अपना गुजारा चलाते है. इसलिए, इनके पास कई-कई प्रोजेक्ट्स होते है।

You Tube से सीखें:- आजकल यूट्यूब सीखने का नया प्लैटफॉर्म उभर रहा है।  खासकर भारत देश में तो इसका क्रेज कुछ ज्यादा ही दिखाई पड़ता है। चुंकि, यूट्यूब की पढ़ाई मुफ्त है. इसलिए, स्टुडेंट्स इसे प्राथमिकता देते है।

मगर, यूट्यूब पर उपलब्ध HTML Videos को हम क्वालिटी के लिहाज से ज्यादा महत्वपूर्ण नहीं मान सकते है।  और ना ही विश्वसनीय सोर्स से इस प्रकार से वीडियो बनाए जाते है। इसलिए, यूट्यूब लर्निंग को हमेशा शक की दृष्टि से देखा जाता है। और इसे कम विश्वसनीय मानते है. बाकि फैंसला आपको करना है।

HTML सीखने के लिये सबसे जरूरी है, Html tags का ज्ञान होना। Html में कई प्रकार के Codes होते है। जिन्हें Html tag कहा जाता है। जो Browser को यह बताते है, कि tag के अंदर लिखे गये text को web page में कहाँ और कैसे दिखाना है। यह सभी Html tag कंप्यूटर में पहले से ही Program किये गए होते है।

इसीलिए जैसे ही आप browser को इन codes की help से Command देते है, तो वह तुरंत इन HTML tag की language को समझ कर Web page में show कर देता है। वैसे तो Html tag की list बहुत लंबी है पर कुछ basic Tages जो मूल रूप से प्रयोग में आते है जो इस प्रकार विभाजित किया गया हैं।

HTML के विभिन्‍न टैग

Html Tags Web Page के Head Area, Content Area और Footer Area को बनाने के लिए Use किये जाते है पहले हम Html Tags Definition के बारे में जान लेते है।

Tim Berners-lee ने जब Browser और Server Software को बनाया था तो इन्हें बनाने के दौरान इन Browser और Software के Work करने के लिए कुछ Special Codes बनाए जिसकी Help से Browser को Special Command दी जा सकती है। इन्हीं Tags को Html Tags कहते है।

HTML Tag को दो Category में विभाजित किया जाता है:-

Paired Tag:– इन tags का दूसरा नाम Container Tag होता है। जिनका इस्तेमाल Pair के रूप में किया जाता है। यानी इन tags के Opening और Closing Tag दोनों होते है।

उदाहरण के लिए Html Tag का Opening Tag <html> है, और Closing Tag </html> होता है। ऐसे ही बाकी Tag के आगे भी Forward Slash / लगाकर उन्हें Close किया जाता है। इसका मतलब इनका सही से उपयोग करने के लिए आपको इन दोनों Tag का इस्तेमाल करना होगा। तभी आप एक Web Page Create कर पायेंगे।

Unpaired Tag:- इन Tag को Empty Tag भी कहा जाता है। इनका कोई Closing tag नही होता है। Line Break tag <br/> इसी Category में आता है। जानिए Html Example के बारे में:-

HTML Tag Coding in Hindi
HTML Tag Coding in Hindi

Html Tag <Html></Html>:- यह Html का सबसे Main Tag है। इसके द्वारा Html Document को Define किया जाता है। एक Html Document को इसी Tag से बनाना शुरू किया जाता है। बाकी के सारे Html Element’s इस Tag के बीच में लिखे जाते है।

Doctype Tag <!Dotype>:- यह Tag Browser को बताता है की Document को किस तरह से लिखा गया है इसके द्वारा Browser को यह भी पता चल जाता है की Document Html से Create किया गया है।

Body Tag <Body></Body>:- इस Html Basics Tag को Document में एक बार में ही Use में लाया जा सकता है। इसका Use Web Page के Constant Area को Create करने में किया जाता है।

Heading Tag <H1></H1>:- इस Tag को Document की Heading लिखने में Use करते है। Heading Tag H1 से H6 तक होती है।

Title Tag <Title>/Title>:- किसी Web Page का Title देने के लिए इस Tag का Use करते है। इस Tag को Head Tag के अंदर लिखते है। इसके द्वारा Browser को यह पता लग जाता है की Web Page किस बारे में बनाया गया है।

Paragraph Tag <P></P>:- इस Tag को Paragraph लिखने के लिए Use करते है। जिससे की आप अपने Document में जितने Paragraph Use करना चाहे कर सकते है।

Head Tag <Head></Head>:- यह Html टैग Web Page के Header Area को Create करने के लिए Use किया जाता है साथ ही यह एक Web Page की Important Information देने के लिए Use किया जाता है जैसे – <Style>, <Script>, <Title>, <Link>, <Meta> इसमें सभी Tags को Head Tag के अंदर ही लिखते है।

Link Tag <Link>:- यह Tag एक Document और External Resource के बीच एक Link को Define करता है। External Style Sheet से Link करने के लिए Link Tag का Use किया जाता है।

Image Tag <Img>:- Html दस्तावेज़ में किसी तरह की Link Add करने के लिए इस Tag का Use करते है। तो यह थे Html के Tag जो किसी Web Page और Document के लिए Use किये जाते है।

HTML कैसे काम करता है?

यह एक Markup Language है जो की Top-down Approach को Follow करता है मतलब की यह सबसे पहले ऊपर वाले Portion को Load करता है उसके बाद निचे की ओर बढ़ता है। आप जब भी कोई Website Open करते होंगे तो आपने Slow नेट Connection होने पर गौर किया होगा की सबसे पहले ऊपर वाले Portion Load हो जाता है उसके बाद निचे का Portion Load होता है लेकिन कभी कभी ऐसा होता है की ऊपर वाले Portion में ज्यादा Size का Image होता है तो वह Image थोडा लेट से Load होता है।

Html से सिर्फ एक Web page Design किया जाता है। Html में Web page का पूरा Structure बनाया जाता है| Html Codes लिखने के बाद File को .Html या .Htm File Extension से Save किया जाता है।

किसी भी File को .Html या .Html File Extension से Save करते है तो उसके बाद उसे Computer या Web Server पर Upload करके Browser पर देख सकते है, Browser उस File में लिखे गये Html Code को Read करके Html Page पर दिखा देगा।

Html के बारे में अब आपने इतना कुछ जान लिया लेकिन जो सबसे जरुरी बात है वो है की Html Coding का Use कहाँ पर किया जाता है। जो आपको आगे बताया जा रहा है।

HTML Coding कहाँ Use होता हैं?

Html Coding का Use Web page बनाने में, Web Application बनाने और Electronic Document बनाने के लिए किया जाता है। इसके साथ ही Html Ki Coding को Graphics बनाने में और Website बनाने में भी Use किया जाता है। इन सबके अलावा Html के और भी कई बेहतरीन उपयोग है। Html सीखने के लिए सबसे पहले आपको एक Simple Text Editor और Internet की ज़रूरत होती है।

HTML की Coding कैसे करें?

क्या आप Html की Coding करना चाहते है लेकिन इसके बारे में आपको जानकारी नहीं है तो आगे इसकी पूरी जानकारी दी गई है:-

सबसे पहले आपको Xampp Software को Download करना होगा Xampp एक Apache, Mysql और Php Package है। इसे Personal Computer पर Install करना Easy है। इस पर बहुत से Developers Local Testing करना पसंद करते है।

Step 1. Windows Taskbar:- सबसे पहले Windows Taskbar में Start पर जाए और Search Box में Xampp Type करे यहाँ पर Xampp Control Panel को Select करके Enter Press करे अब Xampp Control Panel से Apache Start करें। आपको यहाँ Green Colour में “Running” Highlighted दिखेगा इसका मतलब है की Apache Use करने के लिए Ready है।

Step 2. Go To Start:- Start पर जाए और Computer Open करे Xampp Folder में Navigate करे जो की Normally आपके Computer की Hard Drive के Top Level Folder में होता है। Ht docs Folder को Open करे।

Step 3. Open Computer Again:- अब फिर से Computer के Option में जाए और उस Folder को Navigate करे जहाँ पर आप अपनी Html File Save रखते है। अगर आपके पास पहले बनायी गई कोई Html File नहीं है तो एक Html File बनाए और उसे Xampp Folder में Ht docs Folder में Save करे। अगर आपको एक भी Html File मिल जाती है तो उसे Ht docs Folder में Copy और Paste करे।

Step 4. Start Your Web Browser:- अपना Web Browser Start करे और Address Bar में “Localhost/Filename.Html” Type करे। अब Enter Press करे और Web Page के रूप में Html File Load को देखे। Xampp के साथ आपका जो Apache Server आया था वह आपके Web Pages की Serving कर रहा है तो इस तरह आप Html Coding कर सकते है। अब हम बात करेंगे Html Tags की जो Web Pages की बुनियाद होते है।

HTML से Simple Web Page कैसे बनाये?

HTML से web page Create करने के लिए आपको अपने Computer पर Notepad को Open कर लेना है। बेहतर Coding experience के लिये आप Notepad++ का use कर सकते है। अब simply नीचे बतायी गयी method को समझे।

Basic HTML Document का उदाहरण:-

<!DOCTYPE Html>
<html>
<Head>
<title> Tech Academy Pro </title>
</Head>
<body>
<h1> What is html in hindi </h1>
<p> Hypertext markup language </p>
</body>
</html>

● यहां पर <!DOCTYPE Html> एक तरह का घोषणा पत्र है, कंप्यूटर के लिये। जिसके माध्यम से कंप्यूटर को यह बताया जाता है कि तैयार किया गया Document Html language में है।

● उसके बाद Html opening tag (<html>) से Web page बनाने की शुरुवात की जाती है। बाकी सारे tag html Opening tag और Html Closing tag के बीच मे आते है।

● Head tag (<head>) Html tag के नीचे लगाया जाता है। इसके बीच मे title tag (<title>) लगाया जाता है। title लिखने के बाद उसे title Closing tag (</title>) की मदद से बंद किया जाता है, फिर head tag को भी उसके closing tag (</head>) से बंद किया जाता है।

● अब body tag (<body>) की शुरुवात होती है। इसके नीचे heading व paragraph etc. लिखने के लिये heading tag (<h1>), Paragraph tag ( <p> ) व उनके closing tag (</h1>) and (</p>) लगाये जाते है। जिसके बाद body tag को उसके Closing tag (</body>) के साथ बंद किया जाता है।

● अब अंत मे Html के closing tag (</html>) की मदद से इस पूरे html Document को close कर दिया जाता है।

अब इस पूरे Document को Save कर लीजिये। इस document को Save करते वक्त आपको कुछ बातों का ध्यान देना है। जैसे – File name को .html, Save as file को All files तथा Unicode को ANSI Select करके Save करे। पूरे Document को html में save करने के बाद आप इसे Browse करके check कर सकते है।

HTML का उपयोग कहाँ और कैसे किया जाता है?

यह एक साधारण और बेतुका सवाल लग सकता है। मगर, इसे गहराई से सोचने पर इसकी असलियत का पता चलता है। आप पहले ही जान चुके है कि HTML का उपयोग वेब डॉक्युमेंट बनाने के लिए किया जाता है। मगर, यह सिर्फ वेब डॉक्युमेंट बनाने तक सीमित नहीं है। क्योंकि HTML वेब का आधार है। इसके बिना वेब का निर्माण की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। HTML Document बनाने के अलावा इसका उपयोग यहाँ भी खूब किया जाता है।

  1. Web Page Development
  2. Navigation
  3. Game Development
  4. Responsive Graphics
  5. Web Document Formatting

हमने ये तो जान लिया है कि HTML का उपयोग कहाँ किया जाता है। आइए, अब जानते है इसे कैसे इस्तेमाल करते है। अर्थात HTML से वेबपेज (वेब डॉक्युमेंट) कैसे बनाते है? HTML से वेबपेज बनाना बहुत ही आसान है। इसे हम एक उदाहरण से समझते है:-

< !DOCTYPE HTML>
<HTML>
<HEADER>
<TITLE> Tech Academy Pro </TITLE>
</HEADER>
<BODY>
<H1>This is heading of document</H1>
<P>This is first paragraph of this document.</P>
<P>This is second paragraph of this document.</P>
</BODY>
</HTML>

निर्देश

  1. जो HTML Code दिया गया है। उसे हू-ब-हू कॉपी कीजिए।
  2. फिर इस कोड को किसी टेक्स्ट एडिटर प्रोग्राम (नोटपेड) में पेस्ट कर दीजिए।
  3. इसके बाद इस फाइल को .html फाइल एक्सटेंशन लगाकर सेव कर दीजिए।
  4. सेव करने के बाद इस फाइल को किसी भी ब्राउजर में ओपन करें।
  5. आपका वेबपेज तैयार हो गया है।

HTML की विशेषताएं

HTML के बहुत सारे Common Features हैं तो चलिए हम एक-एक करके सभी Features को देखते हैं:-

  1. यह Easy और Simple Language है जिसको आसानी से समझा जा सकता है और आसानी से Modify किया जा सकता है।
  2. यह Platform-Independent Language है मतलब की यह किसी भी Operating System में Open किया जा सकता है या Run कराया जा सकता है।
  3. यह Programmer को Web-Pages पर Graphics, Video, Audio, Images इत्यादि Add करके Web-Page को Attractive बनाने की Facility Provide करता है।
  4. यह Web-Page में Programmer को लिंक Add करने की Facility Provide करता है जिससे आसानी से एक Page से दुसरे Page पर जाया जा सके।
  5. इसमें पहले से Tag Define होने के कारण बहुत ज्यादा आसान होता है।
  6. HTML Case Sensitive Language नहीं होता है मतलब की इसमें हम Capital Letter या Small Letter में tag को लिख सकते हैं लेकिन generally small letter में ही लिखा जाता है। परन्तु इसमें कुछ कुछ Code Case Sensitive होते हैं जैसे की  &nbsp;

HTML का उपयोग

HTML मुख्य रूप से वेब डिज़ाइनिंग के लिए उपयोग किया जाता है। इसकी मदद से, निम्नलिखित चीजें की जा सकती हैं:-

  1. HTML का उपयोग वेब पेज बनाने के लिए किया जाता है।
  2. HTML का इस्तेमाल विभिन्न मोबाइल एप्लिकेशन और वेब अनुप्रयोगों का उपयोग करने के लिए किया जाता है।
  3. प्रोग्रामिंग भाषाओं के साथ वेब एप्लिकेशन में स्थैतिक पृष्ठ (Static page) को डिजाइन करने के लिए HTML हमेशा फ्रंट एंड भाषा के रूप में उपयोग किया जाता है।

HTML से जुड़ी और भी महत्वपूर्ण जानकारी

HTML Color Codes:- Html Color Codes से आप Web Page पर Color Change कर सकते है जिससे की Web Page के Background, Table और Text के Color को Change किया जा सकता है।

HTML Formatter:- Html Formatter Online Html Data को Beautify और Formatting करने के साथ ही Html Data को Edit करने, View करने और Analysis करने में Help करता है। यह बहुत ही Easy तरीका है Html Data को Edit करने का।

HTML Fonts:- Html में आप कई तरह के Fonts Use कर सकते है। जिसका Use आप अपनी Website के लिए कर सकते है।

HTML Table:- Html Table, Web Author को Text, Images, Links और अन्य दूसरी Table आदि Data को Rows और Column के Cells में Arrange करने के लिए Allow करता है।

html table

HTML Elements:- Html Ke Elements, Html Document और Web Page का एक Individual Component है Html, Html Nodes Tree से Compose किया गया है जैसे – Text Nodes, Node में Other Nodes और Text Content हो सकते है।

बहुत से Html Nodes, Meaning या Semantic को Represent करते है तो दोस्तों यह थी Html की पूरी जानकारी जो आपको आज यहाँ जानने को मिली।

HTML के फ़ायदे

1. HTML का उपयोग करना और समझना बहुत आसान है। एक शुरुआत प्रोग्रामर से WEB डेवेलप करने वाले को HTML पता चल जाएगा और यदि आप प्रोग्रामिंग में शुरुआत कर रहे हैं तो आपको HTML सीखना शुरू कर देना चाहिए।

2. जैसा कि मैंने पहले कहा था, HTML शुरुआत के लिए बहुत आसान और सही है।

3. हर ब्राउज़र HTML भाषा का समर्थन करता है। क्रोम से लेकर सफारी तक हर ब्राउजर HTML को सपोर्ट करता है।

4. HTML प्रोग्राम लिखने के लिए आपको कोई अतिरिक्त सॉफ़्टवेयर स्थापित करने या कोई सॉफ़्टवेयर खरीदने की आवश्यकता नहीं है। सभी को NOTEPAD जैसे टेक्स्ट एडिटर की आवश्यकता होती है।

5. HTML सबसे ज्यादा सर्च इंजन फ्रेंडली है, चाहे वह SEO या WEB क्रॉलिंग के लिए हो।

6. आप अपनी संपूर्ण वेबसाइट बनाने के लिए HTML को CSS या JavaScript  के साथ जोड़ सकते हैं।

HTML के नुकसान

1. HTML वीडियो या ऑडियो जैसी सामग्री प्रदर्शित करने के लिए सीमित है।

2. HTML में सुरक्षा सुविधाएँ अच्छी नहीं हैं। HTML अच्छी सुरक्षा की पेशकश नहीं करता है।

4. यह केवल स्थैतिक और सादे पृष्ठ बना सकता है, इसलिए यदि हमें गतिशील पृष्ठों की आवश्यकता है तो HTML  उपयोगी नहीं है। इन दिनों डायनामिक और रिससिव लेआउट पेज अधिक पसंद किए जाते हैं।

5. आपको एक साधारण वेबपेज बनाने के लिए बहुत सारे कोड लिखने की आवश्यकता है और यह वेबपेज को वास्तव में पेशेवर नहीं बनाता है।

6. अगर हमें वेबपेज बनाने के लिए लंबा कोड लिखना है तो यह कुछ जटिलता पैदा करता है। जिसके कारण कभी-कभी भ्रम हो सकता है।

आपने क्या सीखा?

इस लेख में आपने जाना कि HTML क्या होती है, HTML फुल फॉर्म क्या है? साथ ही आपने जाना कि HTML का उपयोग कैसे और कहाँ होता है? और HTML कैसे सीखते है?

हमे उम्मीद है कि यह लेख आपके लिए उपयोगी साबित होगा। यदि आपको HTML से संबंधित कोई भी सवाल या विचार है तो उसे आप कमेंट के माध्यम से पूछ सकते है।

2 thoughts on “HTML क्या है? कैसे काम करता है? HTML के बारें में विस्तार से जानिए?”

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