Web Server क्या हैं और कैसे काम आता है? Web Server Guide in Hindi

web server
हेल्लो दोस्तों आपका Tech Academy Pro में स्वागत है। दोस्तों आज हम बात करने वाले हैं web server के बारे में की यह होता क्या है? Web Server कैसे काम करता है?
और इसके कौन-कौन से types हैं? यदि आप इन सवालों के जवाव जानना चाहते हैं तो इस पोस्ट को पूरा पढ़े। क्योकि इस पोस्ट में आपको server के बारे में पूरी जानकारी दी जायेगी।
फीचर्स ऑफ वेब सर्वर इन हिंदी के बारे में इस आर्टिकल के अंदर बात करने वाले हैं। इसके अलावा web-server list भी मैं यहां पर आपको दूंगा और वेब सर्वर कितने प्रकार के होते हैं यह अभी मैं यहां पर आपको इसके अंदर बताने वाला हैं।

web server परिभाषा 

यह एक तरह का कम्प्युटर प्रोग्राम है जिस पर हम वेब ब्राउज़र में किसी भी पेज को चलाते हैं। वेब सर्वर का सामान्य काम होता है।
उपयोगकर्ता के वेब पेजों को संग्रहित करना और उन वेब पेजों को चलाने में मदद करना। एचटीटीपी इसकी जानकारी को इधर उधर पहुंचाने के काम में आता है।
कोई भी सर्वर जों की एक्सएमएल (XML) डॉकयुमेंट को को एक उपकरण से दूसरे उपकरण तक पहुंचाता है उसे हम वेब सर्वर बोलते हैं।
वेब पेजों में ज़्यादातर स्थायी जानकारी होती है जैसे की एचटीएमएल डॉकयुमेंट, इमेज आदि। एचटीटीपी के अलावा वेब सर्वर सिम्पल मेल ट्रान्सफर प्रोटोकॉल (SMTP) से मेल भेजने और फ़ाइल ट्रान्सफर प्रोटोकॉल (FTP) से फ़ाइल भेजने के काम में आता है।

Web Server क्या होता है?

जैसा की आप देख सकते हैं की यह दो शब्दों Web और Server को मिलाकर बना है। सबसे पहले आपके मन में सवाल उठ रहा होगा की web क्या है ? Web एक information system है, जहां पर document और web resources को Uniform Resource Locators (URL) द्वारा identify किया जाता है।
Web को www यानि world wide web के नाम से भी जाना जाता है।अब server के बारे में जान लेते हैं। Server का मतलब यह है की किसी चीज को serve करके रखना। ठीक उसी तरह web server का अर्थ है internet की दुनिया  का सारे data को serve करना।
यह एक software होता है जो web page को server करता है। यानि web page को लोगों तक पहुचाना इसका काम होता है। Web Server को दो भागों में बंटा गया है।
पहला Hardware और दूसरा Software होता है। कंप्यूटर में सॉफ्टवेयर install करके internet से connect किया जाता है। उपभोगता कोइ भी webpage देखता है तो वह किसी ना किसी web server पर होता ही है।

web server के कार्य 

जब हम कोई भी application या document file वेबसाइट पर देखने के लिए रिक्वेस्ट करते हैं तो ये वेब सर्वर रिक्वेस्ट की गई file कंही ना कंही server पर स्टोर रहती है।
और उस पर click करते ही 1-2 second में user के सामने open कर देता है। उदाहरण आपने देखा होगा कि आज कल youtube पर काफी सारे वीडियो देखे जाते हैं।
जब भी कभी वीडियो या ऑडियो you tube पर देखने के लिए search करते हैं तो ये रिक्वेस्ट you tube के web server पर पहुँचती हैं और इसका server उस वीडियो या ऑडियो को आपके पास पहुंचा देता है।
कभी कभी इंटरनेट पर server fail , server error , इसका कारण ये है कि server कुछ समय के लिए बंद कर दिया है या बहुत सारे लोग एक ही चीज को ज्यादा use करतें है।
आपने देखा होगा कि जब हम कभी कॉम्पटीशन एग्जाम का फॉर्म भरते हैं और बैंक में पैसे भी जमा करते हैं तो कुछ समस्याएं जैसे server not available , server not found , error found जैसी कंही समस्याएं आती हैं जो कि हमें server not connecting का निर्देश देती हैं।
Server अलग अलग प्रकार का होता है और ये अपनी अलग अलग सेवाएं भी प्रदान करता हैं :-

1. Web sever

web server से इंटरनेट और बहुत सारी links या websites attach रहती हैं और साथ ही server किसी ना किसी तरीके से web browser से भी link रहता हैं।
जब कोई user किसी भी प्रकार की website को देखना चाहता है तो वो एक request send करता है तब browser का काम web server से यूजर को connect करने का रहता है और website का डाटा HTTP के माध्यम से user के सामने ओपन हो जाता हैं।

2. Email sever

email server का काम server message को एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजने का कार्य करता है या हम कोई भी ऑनलाइन message send या receive करते हैं।
 ये कंही न कंही web server पर स्टोर करके रखते हैं इसमें अहम भूमिका SMTP की रहती है वो हमारे message को एक या दूसरे व्यक्ति तक पंहुचाता है।

3. File sever

file server file को एक स्थान से दूसरे स्थान पर transfer करने में मदद करता है इसको ऐसे कह सकते हैं कि जैसे हमारे कंप्यूटर सिस्टम में file स्टोर रहती है और हम चाहे जब open या उसमें काम कर सकते हैं।

4. audio/video server

इस server की मदद से हम कभी भी browser से ऑडियो वीडियो या multimedia contents search करके उसका आनंद उठा सकते हैं।

5. Chat server

chat server एक ऐसा server है इसकी मदद से हम कुछ ही second में ऑनलाइन चैट यानी एक दूसरे के साथ information से बात कर सकते हैं। example , facebook , व्हाट्सएप etc.

6. Fax server

फैक्स server की मदद से हम incoming ओर outgoing डाटा और इन्फॉर्मेशन को एक स्थान से दूसरे स्थान तक भेजने मैं हमारी मदद करता है इससे हमारे समय और पैसे दोनों की बचत होती है।

7. FTP server

FTP एक file ट्रांसफर प्रोटोकॉल है ये हमारे द्वारा भेजी गईं फ़ाइल को एक स्थान से दूसरे स्थान भेजनें में हमारे सर्वर की सहायता करता हैं यह फ़ाइल को कंट्रोल और मैनेज करता है।

8. Group web server

इस सर्वर की मदद से लोगों को कनेक्ट करके एक ही environment या जगह में रहकर communication कर सकते हैं।

9. IRC server

internet relay chat server इसका काम एक दूसरे को एक साथ attache करता हैं और उनके बीच कम्युनिकेशन करने का माहौल बनाता हैं यह एक मीडिएटर हैं।

10. List server

यह एक बहुत ही अच्छा server हैं इसके माध्यम से हम mailing list को कंट्रोल और manage करते हैं

11. Mail server

इस server का कार्य लोकल area नेटवर्क की मदद से email को natural network में स्टोर कर सकते हैं।

12. New servers

new server का प्रयोग news को share और receive करना होता हैं इन सबके लिए हम USENET का प्रयोग करते हैं।

13. Proxy server

proxy server का प्रयोग जो भी internet connection related requirement होती है उन्हें filter करती है।

14. Telnet server

इसका प्रयोग तब किया जाता है जब हम अपने computer system को log in करके काम करते हैं।

web servers के प्रकार 

 

1. apache web server

यह एक common source of web server है जिसे apache foundation ने बनाया था यह एक काफी प्रसिद्ध web server हैं इस सर्वर को हम अपने तरीके से remodify या edit कर सकते हैं।
तथा इसमें 60% machine इसी server पर काम करती है यह सर्वर सभी web server से काफी स्थिर है जिसमें समय समय पर नई नई update आती रहती हैं।

2. iis web server

यह web सर्वर भी apache web server की तरह काफी लोकप्रिय है पर ये एक open source software नहीं है इसमें हम अपने मॉड्यूल भी add कर सकते हैं।
तथा इसे remodify या edit भी अपने तरीके से नहीं कर सकतें हैं यह customer helping की सुविधा प्रदान कराते हैं।

3. NGINX web server

यह web browser थ्रेड्स का प्रयोग नहीं करता है इसे ज्यादातर web hosting कंपनी ही प्रयोग कर रहीं हैं।

4. light speed web server

इस web server को अपने web server में update करनें से उसकी कार्य क्षमता बढ़ जाती हैं।

web server 

web server एक प्रोग्राम है। जो कि HTTP {हाइपर टेक्स्ट ट्रान्सफर प्रोटोकॉल} का प्रयोग users को web pages को serve करने में करता है। जब कोई यूजर किसी web page के लिए request करता है तो वह उसे वेब पेज serve करता है।
उदारहण के लिए:- अगर आपका दोस्त आपको मैसेज करता है और कहता है कि मैंने अभी https://www.techacademypro.in में बढ़िया notes पढ़ें है।
तू भी पढ़ ले तो आप इस url को अपने कंप्यूटर के ब्राउज़र में खोलते है तो एक वेब पेज खुलता है वेबसाइट के यह पेज ही वेब सर्वर के द्वारा उपलब्ध कराये जाते है।

application server 

एप्लीकेशन सर्वर एक सर्वर प्रोग्राम होता है जो कि एप्लीकेशन प्रोग्राम के लिए business logic उपलब्ध करवाता है।
एप्लीकेशन सर्वर जो है वह वेब एप्लीकेशनों को बनाने की सुविधा उपलब्ध करवाता है तथा इन वेब एप्लीकेशन को run करने का वातावरण भी देता है।
वेब सर्वर और एप्लीकेशन सर्वर के मध्य अंतर अब हम इनके मध्य अंतर को पढेंगे :-
1. वेब सर्वर केवल http, https प्रोटोकॉलों को ही सपोर्ट करता है। जबकि एप्लीकेशन सर्वर केवल http और https तक ही सीमित नही है। यह http, https के साथ-साथ iiop, rmi प्रोटोकॉलों को सपोर्ट करता है।
2. वेब सर्वर छोटे तथा मध्यम आकार वाले वेब एप्लीकेशन के लिए उपयुक्त है। एप्लीकेशन सर्वर का प्रयोग सामान्यतया बड़े पैमाने में किया जाता है।
3. वेब सर्वर jee मोड्यूल के servlet, JSP तकनीको के आधार पर विकसित किया गया है। जबकि एप्लीकेशन सर्वर जो है वह servlet, JSP, EJB, JTA, जावा मेल तकनीको के आधार पर विकसित किया गया है।
4. वेब सर्वर केवल servlet कंटेनर तथा JSP कंटेनर का ही प्रयोग करते है। जबकि एप्लीकेशन सर्वर जो है वह servlet कंटेनर, JSP कंटेनर तथा EJB कंटेनर का प्रयोग करता है।
5. वेब सर्वर केवल .war extensions वाली फाइलों को ही deploy करता है। जबकि एप्लीकेशन सर्वर .war तथा .ear दोनों फाइलों को deploy कर सकता है।
6. वेब सर्वर में रिसोर्स यूटिलाइजेशन निम्न होता है। एप्लीकेशन सर्वर में रिसोर्स यूटिलाइजेशन उच्च होता है।
7. वेब सर्वर का प्रयोग सबसे पहले 1989 में किया गया था। एप्लीकेशन सर्वर का प्रयोग 1990s में किया गया था।
8.वेब सर्वर के उदाहरण:- tomcat, apache, JWS, तथा Reisn आदि है। एप्लीकेशन सर्वर के उदाहरण:- weblogic, Jboos, तथा websphere आदि है।

एचटीटीपी प्रोटोकॉल ( Hyper Text Transfer Protocol )

एचटीटीपी यानी हाइपर टेक्स्ट ट्रांसफर प्रोटोकोल एक एप्लीकेशन प्रोटोकोल है। जिसका हम इस्तेमाल इंटरनेट के जरिए किसी भी हाइपरमीडिया या हाइपर टेक्स्ट फाइल को एक जगह से दूसरे जगह भेजने के लिए यूज करते हैं।
 इसके लिए आप क्लाइंट ब्राउजर एप्लीकेशन के द्वारा server data transfer कर सकते हैं एचटीटीपी प्रोटोकोल के कारण ही client-to-server के बीच में कनेक्शन बन पाता है।
हम अपने इंटरनेट के जरिए जितनी सारी वेबसाइट और वेबसाइट खोलते हैं या डाउनलोड करते हैं वह सभी एचटीटीपी की वजह से ही पॉसिबल हो पाता है कोई भी HTTP data transfer करने के लिए इस्तेमाल करता है।

लॉगिन (Logging) web server features

किसी भी web-server में यह क्षमता होती हैं कि वह वेब सर्वर में किसी भी क्लाइंट रिक्वेस्ट्स था web server login के लिए सरवर रिस्पांस के बारे में विस्तृत जानकारी उपलब्ध करवाता है।
जैसे अगर आपने अपने वेबसाइट के ऊपर website login लगा रखा है तो वह आपको उस यूजर की सारी जानकारी लोग एनालाइजर के द्वारा collect करने की परमिशन देता है।

Web Server की उपयोगिता 

What is the feature of web server और वह आपके लिए क्यों जरूरी है यह आप इन पॉइंट्स को पढ़ने के बाद आसानी से समझ जाएंगे :-
  1. किसी भी web server का मुख्य काम website hosting को कंट्रोल और मैनेज करना होता है।
  2. web server FTP बनाता है जिसे कोई भी वेबसाइट की फाइल अपलोड याडाउनलोड कर सकते हैं।
  3. जब किसी ऑनलाइन वेबसाइट को ओपन करते हैं तो कुछ प्रॉब्लम होती हैं जैसे server not found, http error आदि को यह वेबसाइट ओनर के सामने error show कर देता है जिससे वह उस प्रॉब्लम को सॉल्व कर पाता है।
  4. defoult document या undefoult document का निर्धारण का कार्य भी वेब सर्वर करता है।

FTP server

FTP का पूरा नाम फाइल ट्रांसफर प्रोटोकोल ( File transfer protocol ) है। यह हमारे द्वारा भेजी के किसी भी फाइल को एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजने में हमारे सरवर की मदद करता है या उस फाइल को कंट्रोल, मैनेज करने का कार्य भी करता है।
जो मुख्य रूप से यूज होने वाले web server हैं वह मैंने आपको बता दिया है और उसकी server भी बताती हैं इसके अलावा भी कुछ web server होते हैं जिनकी लिस्ट में आपको नीचे दे रहा हूं।
  1. Group web server
  2. IRC server
  3. List server
  4. Mail server
  5. News servers
  6. Proxy server
  7. Telnet server

web server downक्यूँ होता है? 

अगर आप किसी वेबसाइट के मालिक हैं या फिर आपने ऑनलाइन कहीं पढ़ा या सुना है कि मेरा web server down हो गया है।
मेरा वेबसाइट कार्य नहीं कर रहा है यह किस वजह से होता है तो मैं यहां पर आपको web server down क्यूँ होता है थोड़ा डिटेल में बताने की कोशिश करूंगा।
जब हम किसी वेबसाइट से कोई भी रिक्वेस्ट करते हैं किसी भी Web Page को लोड करने के लिए तो कभी-कभी हमारी वेबसाइट नहीं खुलता है।
और वहां पर web server error आ जाता है जिसको हम server down हो गया कहते हैं यह बहुत से कारणों से हो सकता है जैसे network problam की वजह से Applications crashes की वजह से या फिर कंप्यूटर के ऊपर वह वेब सर्वर हैं वहां का Operating system crash हो गया है या फिर पावर फेल हो गया है जिसकी वजह से आप का web server down हो जाता है।

web page and web server

अब बात कर लेते हैं कि web page and web server in hindi के अंदर क्या अंतर होता है यह दोनों ही अलग हैं। वेबपेजेस वह होते हैं।
जो कि आप अपने ब्राउज़र पर कोई भी सर्च करने के बाद देखते हैं और web server वह होते हैं जो कि क्लाइंट को रिक्वेस्ट के द्वारा वह web page server load करने की अनुमति देता है।

Server और Client में क्या अंतर है?

Client कंप्यूटर और server कंप्यूटर वैसे तो एक दुसरे से बिलकुल अलग होते हैं लेकिन इसके कुछ Key Differences इस प्रकार हैं।
  1. Client कंप्यूटर data receive करने का काम करते हैं जबकि server computer client तक data पहुंचाने का काम करते है।
  2. Client कंप्यूटर में सामान्यतः data recieve करने के लिए web browser का इस्तेमाल किया जाता है जबकि server कंप्यूटर में एक सर्वर Software का इस्तेमाल किया जाता है।
  3. एक client कंप्यूटर को यूजर अपने हिसाब से किसी भी काम के लिए इस्तेमाल कर सकता है जबकि एक सर्वर कंप्यूटर को केवल data भेजने के लिए बनाया जाता है।
दोस्तों, आज की Post में हमने जाना की Web Server क्या है और यह कैसे काम करता है साथ ही हमने इसके कुछ Types के बारे में भी बात की।
हमें पूरी उम्मीद है की आपको यह Post पसंद आई होगी और काफी कुछ नयी सीखने को मिला होगा।
अगर आपका इस विषय में कोई भी सवाल या सुझाव है तो हमें निचे Comment में जरूर बताएं और इस Post को अपने दोस्तों के साथ भी जरूर Share करें। धन्यबाद।

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