Computer के प्रकार क्या है? Types of Computer in Hindi

What Are Types of Computer? Know about computer types in Hindi (Computer के प्रकार).

कंप्यूटर के प्रकारों को जानना उतना ही आवश्यक होता है जितना कि कंप्यूटर के बारे में बाकी सब जानते हैं। हमें यह जानना जरूरी होता है कि किस प्रकार का कंप्यूटर क्या काम करता है? उनका उपयोग किस लिए किया जाता है? और वह कैसा होता है।

इसके पहले हमने आप लोगों को कंप्यूटर के बारे में बहुत कुछ बताया है। जैसे कंप्यूटर क्या है? , कंप्यूटर की विशेषताएं क्या है? , कंप्यूटर की भाषा क्या है? , कंप्यूटर का अनुप्रयोग क्या है? और कंप्यूटर की संरचनाएं क्या है?

आशा करते हैं आप सभी ने इन सब के बारे में पहले ही जान लिया होगा अब हम लोग कंप्यूटर के प्रकारों के बारे में जानेंगे। यहां पर आपको कंप्यूटर के सभी प्रकारों के बारे में जानकारी दी जाएगी।

कंप्यूटर के प्रकारों को जानना बहुत ही जरूरी होता है इस जानकारी के अनुसार आप कंप्यूटर के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और यह जान सकते हैं कि किस तरह का कंप्यूटर क्या-क्या काम करता है और उनका उपयोग क्या क्या है।

Types of Computer
Types of Computer

कम्प्यूटर एक ऐसा Electronic Device है जो User द्वारा Input किये गए Data में प्रक्रिया करके सूचनाओ को Result के रूप में प्रदान करता हैं, अर्थात् Computer एक Electronic Machine है जो User द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करती हैं।

इसमें डेटा को स्टोर, पुनर्प्राप्त और प्रोसेस करने की क्षमता होती है। Computer को direct वर्गीकृत करना कठिन है । अतः हम इनको अनुप्रयोग, उद्देश्य तथा आकार के आधार पर वर्गीकृत कर सकते हैं ।

Analog Computer: 

एनालॉग कम्प्यूटर जो भौतिक मात्राओं; जैसे दाब, तापमान, लंबाई व्यक्त करते है, एनालॉग कम्प्यूटर कहलाते हैं। ये कम्प्यूटर किसी राशि की परिमाप तुलना के आधार पर करते हैं।

एनालॉग कम्प्यूटर  मुख्य रूप से विज्ञान और इंजीनियर के क्षेत्र में प्रयोग किए जाते हैं, क्योंकि इन क्षेत्रों में मात्राओं (कम्प्यूटर  केवल अनुमानित परिमाप ही देता हैं ।अतः इन कंप्युटर्स से पूर्णतः शुद्ध परिणाम प्राप्त नहीं होते हैं ।

Digital Computer:

डिजिटल कम्प्यूटर जो अंकों की गणना करते हैं, डिजिटल कम्प्यूटर कहलाते हैं । डिजिटल कम्प्यूटर केवल दो अंकों 0 और 1 की पद्धति पर आधारित है ।

यह कम्प्यूटर डाटा और प्रोगाम को 0 तथा 1 में परिवर्तित करके उनको इलैक्ट्रॉनिक रूप में ले आता है ।इनका प्रयोग अधिकार व्यापार में किया जाता है ।

डिजिटल कम्प्यूटर:

  1. सूचनाओं को विश्लेषित करने के लिए आवश्यक समय तक संग्रहित करना ।
  2. दी गई सूचनाओं का संवाहन ।
  3. अति सूक्षम समय में विश्लेषण ।
  4. शत-प्रतिशत शुद्ध एंव यथार्थ परिणाम ।
  5. लघु आकार, कम वजन एंव कम मूल्य ।

Hybrid Computer:

हाइब्रिड कंप्युटर्स दोनों के गुण मोजूद हों, हाईब्रेड कम्प्यूटर कहलाते हैं । इन कंप्युटरों का प्रयोग स्टील बनाने के केमिकल प्रोसेस तथा मेडिकल साइंस में होता है।

जैसे- कंप्युटर एनालॉग डिवाइस किसी रोगी के लक्षणों (तापमान, रक्तचाप) आदि को नापती है । ये परिणाम बाद में डिजिटल भाग के द्वारा अंकों में बदल जाते हैं । इस प्रकार के रोगी के स्वास्थ्य में आए उतार-चढ़ाव का तुरंत परीक्षण किया जा सकता है ।

उद्देश्य के आधार पर कंप्युटर्स के प्रकार:

  1. सामान्य उद्देश्य कम्प्युटर एक ऐसा कम्प्युटर होता है जो कई क्रियाकलापों को कर सकने कि क्षमता रखता है. आप, इसके द्वारा शोध पत्र लिख सकते है, अपने घर, कार्यालय का बजट तैयार कर सकते है, व्यवसाय की बिक्री का चार्ट आदि कार्य एक ही मशीन द्वारा कर सकते है।
  2. . स्पेशल परपोज़ कम्प्यूटर्स इनका कार्य केवल एक ही तरह के कार्य को करना होता है. जैसे, परिवहन नियत्रंण करना, मौसम की भविष्यवाणी करना आदि।इस प्रकार के कम्प्युटर सामान्य उद्देश्य कम्प्युटर की तुलना में अधिक तेज होते है. लेकिन, ये कम्प्युटर एक सामान्य उद्देश्य कम्प्युटर की भाँति भिन्न प्रकार के कार्य नही कर सकते है।

Micro Computer: 

माइक्रो कम्प्यूटर में माइक्रो का प्रयोग होता है एंव इसका आकार भी अन्य कंप्युटर्स की तुलना में काफी छोटा है। इसका आकार इतना छोटा होता है कि इसको टेबल अथवा ब्रीफकेस में भी रखा जा सकता है ।

यह कम्प्यूटर  सामान्यतः सभी प्रकार के कार्य कर सकता है, क्योंकि इसकी कार्यप्रणाली बड़े कंप्युटर्स के समान ही होती है। इस कम्प्यूटर  पर एक बार में केवल एक व्यक्ति ही कार्य कर सकता है ।

इस कम्प्यूटर का प्रयोग घर में मनोरंजन के साधन के रूप में हो सकता हैं । इन कंप्युटर्स द्वारा घर का बजट भी तैयार किया जा सकता है तथा शैक्षिक कार्यों के लिए भी इनका प्रयोग सरलतम रूप से किया जा सकता हैं ।

Workstation: 

वर्कस्टेशन आकार में माइक्रो कंप्युटर की तरह ही होते हैं । लेकिन यह काफी शक्तिशाली होते हैं । इन्हें विशेष रूप से जटिल कार्यों के लिए प्रयोग में लाया जाता है ।

वर्कस्टेशन माइक्रो के समान यूजर द्वारा संचालित किए जाते है । उनकी कार्यक्षमता मिनी कंप्युटर्स के समान होती है । लेकिन कीमत माइक्रो कंप्युटर्स से अधिक होती है ।

Mini Computer: 

मिनी कम्प्यूटर के उत्पादन की शुरुआत की थी । इसके संशोधन मॉडलकम्प्यूटर  शब्द काजन्म हुआ। ये कम्प्यूटर माध्यम आकर के कंप्यूटर होत्ते है। ये कंप्यूटर माइक्रो कंप्यूटर की तुलना में अधिक कार्यक्षमता वाले होते है।

मिनी कंप्यूटर की कीमत माइक्रो कंप्यूटर से अधिक होती है। इन कंप्यूटर्स की व्यक्तिगत रूप से नहीं ख़रीदा जा सकता है।

Mainframe Computer: 

मेनफ्रेम कम्प्यूटर में हजारों माइक्रो प्रोसेसरों का उपयोग किया जाता है मेनफ्रेम कम्प्यूटर  को एक नेटवर्क या माइक्रो अथवा मिनी कम्प्यूटर से जोड़ा जा सकता है ।

मेनफ्रेम कम्प्यूटर (Mainframe computers) उन कम्प्यूटरों को कहते हैं जिनका उपयोग बड़े-बड़े संस्थान भारी-मात्रा मीं आंकड़ा संस्करण के लिए करते हैं।

इनका आकार भी बड़ा होता है और लगभग सभी दृष्टियों से इनकी क्षमता अन्य कम्प्यूटरों (मिनी, सर्वर, वर्कस्टेशन और पीसी) की अपेक्षा बहुत अधिक होती है।

Super Computer: 

सुपर कम्प्यूटर है। इसकी संग्रहण क्षमता, स्पीड कम्प्यूटर  की सभी त्रेणियों में सबसे अधिक होती है। यही कारण है कि ये कम्प्यूटर  सबसे महँगे होते है तथा इनकी कीमत को समांतर क्रिया कहा जाता है।

सुपर कम्प्यूटर  का उपयोग जटिल व उच्चकोटी की गणनाएं व प्रक्रिया करने में किया जाता है। इनका उपयोग मौसम का पूर्वानुमान लगाने में, तेल व खनिज को खोजने में, बड़ी वैज्ञानिक और शोध प्रयोगशालाओं में शोध व खोज करने में तथा अंतरिक्ष आदि में किया जाता है ।

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